पुलिस टीम पर फायरिंग मामले में 10-10हजार के इनामी राहुल व कमलेश गिरफ्तार, दो देसी पिस्टल बरामद

By :  prem kumar
Update: 2024-11-18 13:59 GMT

 भीलवाड़ा बीएचएन। विशेष पुलिस टीम पर फायरिंग के बाद मुठभेड़ में गोली लगने से घायल राहुल व कमलेश को सोमवार दोपहर जिला अस्पताल से छुट्टी मिल गई। पुलिस ने 10-10 हजार  रुपए केनों आरोपितों को पुलिस टीम पर गोली चलाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। उधर, मुठभेड़ के बाद पुलिस ने मौके से आरोपितों द्वारा फायरिंग में काम ली गई दो देसी पिस्टल व कारतूस बरामद किये। बता दें कि दोनों आरोपित, नीलकंठ कॉलोनी निवासी कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष पुष्पा सुराणा के घर फायरिंग के मामले में वांटेड थे। विशेष टीम दोनों की तलाश करते हुये रविवार रात हरणी से हरणी महादेव रोड़ पर पहुंची, जहां इन बदमाशों ने फायरिंग कर दी थी।

कोतवाली सूत्रों के अनुसार, 6 नवंबर को शास्त्रीनगर में विद्यासागर सुराणा के मकान पर जमीनी विवाद के चलते कुछ लोगों ने फायरिंग की थी। इसे लेकर सुराणा की रिपोर्ट पर कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज किया था। हमलावर फरार चल रहे थे। इनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने विशेष टीम गठित की। इस टीम को रविवार रात हमलावरों के बारे में पुख्ता सूचना मिली। इस सूचना पर पुलिस टीम हरणी से हरणी महादेव जाने वाले मार्ग पर पहुंची। जहां फायरिंग में वांछित 2 आरोपितों आरके कॉलोनी निवासी कमलेश 23 पुत्र सत्यनारायण जांगिड़ व पलासिया निवासी राहुल 21 पुत्र विनोद सैन ने पुलिस टीम पर फायरिंग की। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुये फायरिंग की। इस मुठभेड़ में पुलिस के वांछित आरोपित कमलेश जांगिड़ व राहुल सैन को पैर में गोली लगी, जिससे दोनों घायल हो गये। दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। उधर, पुलिस पर फायरिंग को लेकर सीआई सुरजीत ने कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज करवाई। इसकी जांच सब इंस्पेक्टर भंवरलाल को सौंपी गई। रात को ही पुलिस ने मौका निरीक्षण कर पुलिस पर फायर करने के काम ली गई आरोपितों की दो देसी पिस्टल व कारतूस बरामद किये थे। इसके अलावा पुलिस की ओर से किये गये फायर के तीन खोल और बदमाशों की ओर से चलाई गई गोलियों के दो खोल व एक लोडेड कारतूस बरामद किये गये।

उधर, सोमवार दोपहर दोनों आरोपितों को उपचार के बाद जिला अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। इसके चलते जांच अधिकारी भंवर लाल ने सीआई सुरजीत की रिपोर्ट पर दर्ज पुलिस पर फायरिंग मामले में दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों से पुलिस हथियारों की खरीद-फरोख्त के संबंध में पूछताछ कर रही है। पुलिस का कहना है कि जिला पुलिस अधीक्षक में इन दोनों आरोपितों पर 10 -10  हजार रुपए का इनाम घोषित किया  हुआ था।

पुलिस ने रोका, परिचय दिया, फिर भी की फायरिंग

पुलिस सूत्रों के अनुसार, रविवार रात पुलिस के वांछित आरोपित कमलेश व राहुल की सूचना पर उनकी तलाश में विशेष पुलिस टीम हरणी क्षेत्र में पहुंची। जहां वाहन की हैड लाइट की रोशनी में कमलेश व राहुल दिखे। टीम में शामिल पुलिसकर्मियों ने इनको पहचना। पुलिस ने इन्हें रोकना चाहा, लेकिन नहीं रुके। इस पर पुलिस ने परिचय के साथ चेतावनी दी। इसके बाद दोनों आरोपितों ने फायरिंग कर दी। बदमाशों ने चार राउंड फायरिंग की। इनमें से एक मिस फायर था।

दीवान व सिपाही के बुलेट प्रूफ जैकेट में फंसी गोलियां

विशेष पुलिस टीम बुलेट प्रूफ जैकेट पहने हुई थी। टीम में शामिल दीवान विजेंद्र सिंह व कांस्टेबल शंकर लाल पर बदमाशों द्वारा गोलियां चलाई गई। ये गोली दीवान विजेंद्र व कांस्टेबल शंकर के बुलेट प्रूफ जैकेट में जा धंसी। जैकेट के चलते पुलिसकर्मियों की जान बच गई। अन्यथा एक बड़ी घटना घटित हो सकती थी।

जवाब में सीआई ने किये फायर

बदमाशों की ओर से फायरिंग के बाद सीआई सुरजीत ठोलिया ने एक हवाई फायर और एक अन्य फायर किया, जबकि एक अन्य सीआई सुनील टाडा ने भी एक फायर किया। दोनों सीआई द्वारा किये गये फायर बदमाशों के पैरों में लगे। जिससे दोनों बदमाश घायल हो गये थे। पुलिस टीम ने ही इन्हें जिला अस्पताल भिजवाया था। 

Similar News