भदादा व चौधरी को मिली जमानत, दो को भेजा जेल, दो कारें, सात मोबाइल जब्त, संपत्ति की ली सूची, होगी जांच

Update: 2025-06-23 13:49 GMT

 भीलवाड़ा बीएचएन । सदर थाना पुलिस ऑनलाईन वेबसाईट पर सटटे की आईडी बनाकर खाईवाली करने वाले पकड़े गये 5 लोगों की संपत्ति की सूची के साथ ही आईटीआर, पेनकोर्ड व आधार कार लिया है, जिससे जांच कर यह पता लगाया जायेगा कि यह संपत्ति किसी अपराध से तो अर्जित नहीं की गई, अगर ऐसा पाया जाता है तो पुलिस संपत्ति को फ्रीज करवाने कार्रवाई करेगी। इस बीच, पुलिस ने दो कीया कारें और सात मोबाइल भी जब्त किये हैं। साथ ही सभी पांच आरोपितों को आज न्यायालय में पेश करने पर दीपक, मनीष भदादा व विनोद चौधरी को जमानत मिल गई, जबकि दो को न्यायिक अभिरक्षा में भिजवा दिया गया।

सदर थाना प्रभारी कैलाश कुमार विश्नौई ने बताया कि पिछले दिनों दो युवकों द्वारा अलग अलग स्थानो पर अपने मोबाईल फोन में ऑनलाईन वेबसाईट पर किकेट मैचो पर सटटा लगाने के लिये आईडी बनाकर खाईवाली करते घुमने की सूचना पर पुलिस ने कार्रवाई की। इसके तहत हरणीकलां निवासी विनोद चौधरी 30 पुत्र बद्री लाल जाट को गिरफ्तार कर पुलिस ने उसके मोबाईल फोन का विश्लेषण किया तो पाया कि मोबाईल फोन में किक्रेट मैचो पर ऑनलाईन वेबसाईट पर आईडी बनाकर करीब 65 लाख रुपये की सटटे की खाईवाली की गई। पुलिस ने विनोद से अनुसंधान कर अपराध में संलिप्त अन्य आरोपित भदादा मोहल्ल निवासी मनीष 49 पुत्र श्यामलाल भदादा, आसजी का बाग, बड़ला चौराहा निवासी दीपक भदादा 45 पुत्र सत्यनारायण भदादा, हलेड़ निवासी भगवती लाल जाट 35 पुत्र बलदेव जाट को गिरफ्तार किया था।

इसी तरह एक अन्य कार्रवाई के तहत हनुमान मार्ग आजाद नगर निवासी गोपाल दास धिरवानी उर्फ गोपी सिंन्धी 35 पुत्र प्रेमचंन्द धिरवानी सिन्धी को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ और मोबाइल का विश्लेष्ण किया तो फोन में क्रिकेट मैचो पर ऑनलाईन वेबसाईट पर आईडी बनाकर करीब 25 लाख रुपये की सटटे की खाईवाली करते हुये पाये जाने पर प्रकरण दर्ज किया गया। आरोपितों को पुलिस रिमांड पर लिया गया।

थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस ने मनीष भदादा व व विनोद की दो कीया कारें जब्त की है। इनके अलावा सभी आरोपितों से सात मोबाइल भी जब्त किये गये। उन्होंने बताया कि इन आरोपितों से पुलिस ने आईटीआर, पेनकार्ड व आधार कार्ड के साथ ही संपत्ति की सूची भी ली है। पुलिस अब संपत्ति की जांच कर यह पता लगायेगी कि यह संपत्ति अपराध से तो अर्जित नहीं की गई। अगर ऐसा पाया जाता है तो पुलिस 107 बीएनएस के तहत बेनामी संपत्ति को फ्रीज करवायेगी। उधर, सोमवार को रिमांड खत्म होने पर आरोपितों को न्यायालय में पेश किया, जहां से दीपक भदादा, मनीष भदादा व विनोद चौधरी की न्यायालय ने जमानत मंजूर कर ली, जबकि भगवती लाल व गोपाल सिंधी को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया। भदादा की जमानत के लिए अधिवक्ता हेमेंद्र शर्मा ने अदालत में आवेदन पेश किया।

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