सोदानपुरा में हादसा-: देर रात कुएं से निकाले मां- बेटे के शव, तीन बहनों का इकलौता भाई था दिलखुश
भीलवाड़ा बीएचएन । जिले के सोदानपुरा गांव की लक्ष्मी भील व उसके बेटे दिलखुश के शव देर रात अजमेर से आई एसडीआरएफ की टीम ने ढूंढ निकाले। दोनों शवों का मंगलवार दोपहर पोस्टमार्टम करवा दिया गया। इस घटना से जहां परिजनों की चीत्कार फूट पड़ी, वहीं ग्रामीण भी शोक में डूबे हैं। उधर, दूसरी और पति ने पुलिस को दी रिपोर्ट में इस घटना को हादसा बताया है।
मांडल थाना प्रभारी रविंद्र सिंह ने बताया कि सोदानपुरा निवासी राजू भील की पत्नी लक्ष्मी 30 व 10 साल का बेटा दिलखुश सोमवार दोपहर गांव के नजदीक ही मानसी नदी के किनारे स्थित कुएं में गिर गये थे। देर रात अजमेर से पहुंची एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। अथक प्रयास के बाद पहले दिलखुश व बाद में लक्ष्मी का शव कुएं से बाहर निकाला, जिन्हें मांडल अस्पताल भिजवा दिया। पुलिस ने मृतका के पीहर पक्ष को सूचना दी। इस पर भटेड़ा, आसींद स्थित पीहर से लक्ष्मी के भाई मांडल पहुंचे।
पीहर व ससुराल पक्ष की मौजूदगी में मंगलवार दोपहर दीवान पांचूलाल ने शवों का पोस्टमार्टम करवा दिया। दोनों शव परिजनों को सौंप दिये गये।
पति बोला- पानी लेने गई थी पत्नी, पैर फिसलने से बेटे के साथ कुएं में गिरी
राजू भील ने मांडल पुलिस को रिपोर्ट दी। इसमें बताया कि सोमवार को उसकी पत्नी , एक बेटा व तीन बेटियां खेत पर थे। दोपहर में लक्ष्मी, बेटे दिलखुश के साथ कुएं से पानी लाने गई, जहां पैर फिसलने से वह बेटे सहित कुएं में गिर पड़ी। यह देखकर बेटियां चिल्लाई तो पास में ही मौजूद रामेश्वर गुर्जर मौके पर पहुंचा। उसने लक्ष्मी के परिजनों व गांव वालों को सूचना दी। इसके बाद पुलिस, ग्रामीण व देर रात एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची।
चार बच्चों की मां थी लक्ष्मी, दिलखुश इकलौता बेटा
लक्ष्मी भील एक बेटे और तीन बेटियों की मां थी। लक्ष्मी के साथ उसके इकलौते बेटे की मौत हो गई। इस घटना से मृतका के ससुराल और पीहर में शोक छा गया। लक्ष्मी की शादी नाबालिग अवस्था में हो गई थी।
