कपासन: सूरज माली हमले को लेकर 13 दिन से चल रहा आंदोलन समाप्त: सरकार ने दी 25 लाख की आर्थिक सहायता, संविदा नौकरी और एसओजी जांच का आश्वासन
कपासन हलचल । सूरज माली पर हुए जानलेवा हमले के विरोध में पिछले 13 दिनों से चल रहा आंदोलन रविवार को समाप्त हो गया। प्रशासन और सर्व समाज संघर्ष समिति के बीच समझौता होने के बाद यह निर्णय लिया गया। समझौते की घोषणा आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल की मौजूदगी में की गई।
शासन ने पीड़ित परिवार की कई मांगें मान ली हैं। इनमें एसओजी से जांच कराना, परिवार को 25 लाख रुपए का मुआवजा, संविदा नौकरी, नगरपालिका की सब्जी मंडी में दुकान आवंटन और इलाज का पूरा खर्च सरकार द्वारा उठाना शामिल है। इसके अलावा घटना की जांच संभागीय आयुक्त स्तर से भी करवाई जाएगी।
शनिवार शाम कपासन पहुंचे बेनीवाल ने प्रशासन को अल्टीमेटम दिया था। देर रात सवा दो बजे तक चली वार्ता के बाद रविवार शाम 6 बजे एडीएम प्रभा गौतम और एएसपी सरिता सिंह ने आंदोलन स्थल पर मांगों पर सहमति की घोषणा की।इस दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष भेरूलाल चौधरी, पीसीसी सदस्य ललित बोरीवाल, माली समाज और सर्व समाज के पदाधिकारी व बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। बेनीवाल ने कहा कि मुख्य आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी होगी, साथ ही उन्होंने कुछ जनप्रतिनिधियों की भूमिका पर सवाल भी उठाए।
गौरतलब है कि 15 सितंबर की शाम सूरज माली पर हमला हुआ था, जिसके बाद 16 सितंबर से आंदोलन जारी था। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व मंत्री उदयलाल आंजना, कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर और माली समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रप्रकाश सेनी सहित कई बड़े नेता धरना स्थल पर पहुंचे थे।