वैष्णो देवी यात्रा में पहाड़ ने ली 8 श्रद्धालुओं की जान, 14 घायल; अर्धकुंवारी मार्ग पर भूस्खलन, प्रशासन ने यात्रा स्थगित की चेतावनी

Update: 2025-08-26 14:55 GMT

कठुआ/जम्मू । सोमवार सुबह वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर अर्धकुंवारी के पास अचानक आए भूस्खलन ने श्रद्धालुओं की जिंदगी में भारी उथल-पुथल मचा दी। पहाड़ी की मिट्टी और पत्थरों के साथ आया भूस्खलन ऐसे समय हुआ जब दर्जनों श्रद्धालु तीर्थयात्रा के लिए आगे बढ़ रहे थे। हादसे में 8 श्रद्धालु मौत के आगोश में समा गए, जबकि 14 अन्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घायल श्रद्धालुओं को तत्काल पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत पर नजर रखी जा रही है।




स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग की टीम ने मौके पर पहुँच कर राहत और बचाव कार्य तेज कर दिया। अधिकारियों का कहना है कि भूस्खलन अचानक हुआ और इसमें फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ा। इस घटना के बाद प्रशासन ने वैष्णो देवी यात्रा को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया और श्रद्धालुओं से अपील की कि वे सुरक्षित मार्गों का ही प्रयोग करें।

भूस्खलन की यह घटना मानसून के समय पहाड़ी इलाकों की सुरक्षा पर फिर से सवाल खड़े करती है। विशेषज्ञों के अनुसार, बारिश और मिट्टी की अस्थिरता ऐसे हादसों की सबसे बड़ी वजह होती है। श्रद्धालु बताते हैं कि यात्रा के दौरान मार्ग पर पत्थर और कीचड़ से पार पाना मुश्किल हो गया था, लेकिन किसी को अंदेशा नहीं था कि इतनी भीषण आपदा घटित होगी।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, राहत कार्य में स्थानीय पुलिस, नेशनल डिसास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (NDRF), और स्थानीय वन विभाग की टीम शामिल है। प्रशासन ने आसपास के इलाकों में सतर्कता बढ़ा दी है और संभावित भूस्खलन वाले क्षेत्रों की निगरानी की जा रही है।

सामाजिक मीडिया पर इस घटना की खबर वायरल हो गई है, जहां श्रद्धालु और स्थानीय लोग हादसे पर शोक व्यक्त कर रहे हैं। यात्रा मार्ग पर फंसे लोगों के परिवारजन मौके पर पहुंचने लगे हैं। प्रशासन ने बताया कि घायल श्रद्धालुओं का इलाज प्राथमिकता से किया जा रहा है और उन्हें जल्द ही सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित किया जाएगा।

अभी तक 14 घायलों में 10 की पहचान हो पाई है। इनमें संगीता उम्र 47 पत्नी पिंटु और उनकी बेटी उमंग उम्र 24 दोनों निवासी मुजफ्फपुर उत्तर प्रदेश के रूप में हुई है। इसके अलावा घायलों में एक अन्य श्रद्धालु अमित कुमार की 5 वर्षीय उर्वी व पत्नी डॉली उम्र 30 भी शामिल हैं जो मुजफ्फरपुर उत्तर प्रदेश की ही रहने वाली बताई जा रही हैं।

इसके अलावा कमलेश पत्नी राम निवासी हरियाणा, मयंक गोयल पुत्र सुनील गोयल निवासी उत्तर प्रदेश, सावित्री पत्नी रत्तन लाल निवासी हरियाणा, किरण पत्नी सुभाष चंद्र निवासी मोहाली चंडीगढ़, देवी लाल पुत्र भगत राम निवासी मध्य प्रदेश, वैष्णवी पुत्री दीपक निवासी मुजफ्फर नगर उत्तर प्रदेश शामिल हैं। इन सभी घायलों को बेहतर ईलाज के लिए ककड़ेयाल नारायणा भर्ती कराया गया है।

कटरा क्षेत्र में लगातार भारी बारिश और बिगड़ते मौसम के कारण यात्रा अस्थायी रूप से स्थगित कर दी गई है। स्थानीय सूत्रों ने बताया कि पहले तो यात्रा बारिश के बीच भी जारी रखी गई थी परंतु श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने कई जगह हुए भूस्खलन को देखते हुए दोपहर एक बजे यात्रा को स्थगित कर दिया था।

अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि यात्रा स्थगित करने का फैसला लेने तक कटड़ा से भवन के लिए सात हजार से अधिक श्रद्धालु यात्रा मार्ग पर थे। यह हादसा दोपहर तीन बजे के करीब पेश आया। अर्द्धकुंवारी मार्ग पर स्थित इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास यह भूस्खलन हुआ। पहाड़ से बड़े-बड़े पत्थरों समेत भारी मलवा शेड को चीरते हुए भरभराकर गिर पड़ा इस दौरान वहां से गुजर रहे कई श्रद्धालु भूस्खलन की चपेट में आ गए और मलवे में दब गए।


मौके पर पहले से ही मौजूद श्राईन बोर्ड आपदा प्रबंधन की टीम के सदस्य, पुलिस व लोग बचाव कार्य में जुट गए और कड़ी मशक्कत के बाद घायल श्रद्धालुओं को गंभीर घायल अवस्था में एम्बुलेंस की मदद से अस्पताल पहुंचाए गया। अभी तक प्राप्त जानकारी के अनुसार दो महिलाओं समेत 8 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। सूत्रों ने बताया कि इस संख्या में वृद्धि हो सकती है।

कटड़ा निसासी प्रवीण सढौत्रा ने बताया कि पिछले चौबीस घंटों से जारी बारिश के बीच भी सुबह यात्रा सुचारू रूप से जारी रही। हालांकि बैटरी कार मार्ग पर पहाड़ों से पत्थर गिरने की वजह से उसे बंद कर दिया गया था। पारंपरिक मार्ग से श्रद्धालु भवन की ओर रवाना हो रहे थे। जब भैरव घाटी मार्ग पर भी भूस्खलन हुआ तो श्री माता वैष्णो देवी श्राईन बोर्ड ने दोपहर एक बजे के करीब यात्रा को स्थगित कर दिया।

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