जानलेवा सिरप' का कहर: राजस्थान-MP में 14 बच्चों की मौत के बाद मचा हड़कंप, 4 राज्यों में लगा बैन!

Update: 2025-10-04 19:02 GMT

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नई दिल्ली : भारत के दो प्रमुख राज्यों—राजस्थान और मध्य प्रदेश—में कथित तौर पर दूषित खांसी की दवाओं के सेवन से 14 बच्चों की दुखद मौत के बाद केंद्र और राज्य सरकारें हाई अलर्ट पर आ गई हैं। इस गंभीर मामले ने देश में दवा सुरक्षा प्रणाली पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं।

मामले की गंभीरता को देखते हुए, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, राजस्थान और केरल में संदिग्ध सिरप की बिक्री और वितरण पर तत्काल प्रतिबंध लगा दिया गया है, जबकि केंद्र सरकार ने कफ सिरप के उपयोग को लेकर नई एडवाइजरी जारी की है।

अब तक क्या-क्या हुआ: मुख्य घटनाक्रम

क्षेत्र मृतक संख्या संदिग्ध सिरप मुख्य कार्रवाई

मध्य प्रदेश (छिंदवाड़ा) 11 बच्चे कोल्ड्रिफ सिरप सीएम मोहन यादव ने सिरप की बिक्री पर पूरे राज्य में रोक लगाई।

राजस्थान 2 बच्चे डेक्सट्रोमेथोर्फन कफ सिरप कायसन फार्मा की 19 दवाओं के वितरण पर प्रतिबंध।

तमिलनाडु - कोल्ड्रिफ सिरप नमूनों में मिलावट के बाद उत्पादन और बिक्री पर प्रतिबंध। निर्माता से स्पष्टीकरण मांगा।

केरल - कोल्ड्रिफ सिरप अन्य राज्यों की रिपोर्ट के बाद राज्य में बिक्री पर रोक।

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1. जहरीले रसायन की पुष्टि और प्रतिबंध

जहर की पहचान: शुरुआती जांच में पता चला है कि कोल्ड्रिफ सिरप के सैंपल में डाइएथिलीन ग्लाइकोल (DEG) की मात्रा तय सीमा से अधिक पाई गई है। यह जहरीला रसायन बच्चों की किडनी फेलियर (गुर्दों को नुकसान) का मुख्य कारण बना है।

उत्पादन केंद्र: कोल्ड्रिफ सिरप तमिलनाडु के कांचीपुरम में बनी थी। तमिलनाडु सरकार ने तुरंत इसके उत्पादन और बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है।

राजस्थान में कार्रवाई: राजस्थान में डेक्सट्रोमेथोर्फन कफ सिरप से दो बच्चों की मौत हुई, जिसके बाद राज्य सरकार ने जयपुर स्थित कायसन फार्मा की सभी 19 दवाओं के वितरण पर प्रतिबंध लगा दिया है।

2. केंद्र सरकार का बड़ा कदम और नई गाइडलाइन

सलाह: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को सख्त सलाह दी है कि दो साल से कम उम्र के बच्चों को कफ सिरप न दी जाए।

5 साल से कम उम्र: इन बच्चों के लिए कफ सिरप का इस्तेमाल केवल डॉक्टर की सलाह, सीमित मात्रा और सावधानी के साथ ही किया जाए।

अनिवार्य चेतावनी लेबल: अब गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए नुकसानदेह दवाओं पर चेतावनी लेबल लगाना अनिवार्य होगा।

3. अधिकारियों पर गिरी गाज

राजस्थान में निलंबन: इस गंभीर लापरवाही के आरोप में राजस्थान सरकार ने राज्य के ड्रग कंट्रोलर राजाराम शर्मा को निलंबित कर दिया है।

4. जांच का दायरा बढ़ा

CDSCO सक्रिय: केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, गुजरात, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में उन सभी फैक्ट्रियों की जांच शुरू कर दी है, जहां से संदिग्ध दवाएं बनी थीं।

सैंपल: CDSCO ने खांसी की सिरप, एंटीबायोटिक और बुखार की दवाओं सहित 19 दवाओं के सैंपल इकट्ठे किए हैं।

गुजरात सरकार भी एक्शन में

मध्य प्रदेश और राजस्थान की घटनाओं के बाद, गुजरात सरकार ने भी एहतियात के तौर पर राज्य में बिक रही सभी खांसी की दवाओं की जांच के आदेश दिए हैं। गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने पुष्टि की है कि विवादित दवा बनाने वाली कंपनियां गुजरात मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड (GMSCL) की खरीदार सूची में नहीं थीं, लेकिन फिर भी सतर्कता बरती जा रही है।

मध्य प्रदेश में 11 बच्चों की मौत के बाद हाहाकार

मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में सात सितंबर से अब तक कोल्ड्रिफ सिरप के कारण 11 बच्चों की मौत हो चुकी है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इसे बेहद दुखद बताते हुए पूरे राज्य में इस सिरप की बिक्री पर रोक लगा दी है और दोषी फैक्टरी (तमिलनाडु) के अन्य उत्पादों पर भी पाबंदी लगाने का फैसला किया है।

इस जानलेवा सिरप ने जिन बच्चों की जान ली, उनमें दिव्यांश चंद्रवंशी (7 वर्ष), अदनान खान (5 वर्ष), हेतांश सोनी (5 वर्ष), और श्रेया यादव (18 माह) जैसे मासूम शामिल हैं।

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