भाजपा नेता लादूलाल तेली को खुदकुशी के लिए मजबूर करने के आरोप में दो गिरफ्तार
भीलवाड़ा बीएचएन। मारवों का खेड़ा निवासी और भाजपा नेता लादूलाल तेली को आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में आसींद पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि पकड़े गये आरोपितों में से एक आरोपित खाली चेक में मनमाफिक राशि भरकर तो दूसरा, तेली को उसकी जमीन से एक प्लॉट की डिमांड कर परेशान कर रहा था।
आसींद थाना पुलिस ने बीएचएन को बताया कि 14 जून 2025 को मारवों का खेड़ा निवासी कन्हैयालाल साहूू, तेली ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि उसके के पिता लादू लाल पुत्र धन्ना तेली ने 24 मई 2025 को विषाक्त पदार्थ का सेवन कर लिया , जिनकी 27 मई को देर रात जिला अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई थी। इसके बाद घर की साफ-सफाई के दौरान उसके पिता के द्वारा टंकित करवाया गया और प्रशासनिक अधिकारियों को प्रेषित किया गया एक सुसाइड नोट मिला। इसमें उन्होने आरोपितों की प्रताडना से तंग आकर आत्महत्या करने के बारे में लिखा था। लादूलाल ने सुसाइड नोट में लिखा कि आरोपित बाहुबली होकर ब्याज माफिया है, जिनसे कारोबार के सिलसिले में ब्याज पर रकम उधार ली थी। इसके बाद इन लोगो को उन्होंने मूल रकम की पांच गुना रकम चुका दी थी, फिर भी उनके ब्याज व पेनेल्टी की रकम की भी भरपाई नहीं हो पाई है। इन आरोपितों न लादूलाल को दबाव में लेकर उनसे खाली चैक्स व स्टाम्प लेकर हस्ताक्षर करवा लिये। चेक्स के आधार पर आरोपित लम्बे समय से परेशान कर रहे थे। रास्तें में आते-जाते रकम का तकाजा करते और जान से मारने व देख लेने और खाली चेक्स का दुरुपयोग करने की धमकियों देते।
परिवादी कन्हैयालाल ने रिपोर्ट में बताया कि उसकी माता के सामने भी आरोपित कई बार घर पर आकर उसके पिता लादूलाल से ब्याज के रूपयों की मांग करते रहते थे। परिवादी के पिता को इन आरोपितों ने इतना प्रताडित किया, कि उनकी प्रताडऩा से तंग आकर जहरीले पदार्थ का सेवन कर आत्महत्या कर ली। इस रिपोर्ट पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया। एएसपी सहाड़ा रोशन पटेल के निर्देशन और डीएसपी आसींद ओमप्रकाश के सुपरविजन में आसींद थाना प्रभारी ने मामले की जांच शुरु की। पुलिस ने 21 जून को बयाज माफिया तेली मोहल्ला आसींद निवासी देबीलाल मेवाडा 60 पुत्र गोगाराम मेवाड़ा को, जबकि 22 जून को ब्राह्मणों की सरेड़ी निवासी सत्यनारायण 50 पुत्र जगदीश जोशी को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि आरोपित मेवाड़ा के कब्जे से चार चैक व एक स्टाम्प भी जब्त किया गया।
इस कार्रवाई को थाना प्रभारी हंसपाल सिंह के नेतृत्व में गठित ने अंजाम दिया। इस टीम में कांस्टेबल मूलसिंह, महेंद्र सिंह, मनफूल, सुरेंद्र कुमार, भानू प्रकाश, धर्मीचंद्र व पिंटू शामिल थे।
खाली चेक में मनमर्जी से राशि भरकर बैंक से अनादरित करवा कर किया परेशान
पुलिस का कहना है कि देबीलाल मेवाड़ा से लादूलाल तेली ने वर्ष 2010 में घर खर्च व काम धन्धे के लिये उधार लेन देन शुरू किया। वर्ष 2010 से 2016 तक दोनों के मध्य लेन देन के बाद हिसाब कर मूल, ब्याज जोडक़र मृतक लादूलाल तेली को 60,00,000 रूपये देबीलाल मेवाडा को देना तय कर स्टाम्प पर लिखापढी की गई। इसके बाद देबीलाल मेवाडा ने लादूलाल से चार खाली चैक हस्ताक्षरशुदा प्राप्त किये गये। मेवाड़ा ने लादूलाल को प्रताडित करने के आशय से प्रत्येक बैंक में मन माफिक राशि 19,50,000 रूपये-19,50,000 रूपये सहित कुल 78,00,000 भरकर चैक बैंक में लगाकर अनादरित करवा दिये। चेक अनादरित का मुकदमा दर्ज करवा जेल भिजवाने को हथियार बनाकर आरोपी देबीलाल मेवाड़ा अनवरत तेली को प्रताडित करता रहता। ऐसे में मेवाडा की प्रताडना से प्रताडित होकर लादूलाल तेली को जहर खाकर आत्महत्या करने पर मजबूर होना पड़ा।
जमीन के लिए जोशी ने तेली को किया जान देने पर मजबूर
पुलिस ने बताया कि लादूलाल ने ब्राह्मणों की सरेरी में एसटी वर्ग की जमीन खरीदी। यह जमीन नेशनल हाईवे के करीब थी, लेकिन जमीन के आगे बिलानाम सरकारी भूमि थी। जिस पर आरोपी सत्यनारायण जोशी का कब्जा था। वर्ष 2021 में तहसीलदार आसीन्द ने इस बिलानाम भूमि का कब्जा भी हटवा दिया। इसके बाद भी आरोपी सत्यनारायण जोशी, भाजपा नेता लादूलाल को प्रताडित कर रहा था। जब भी लादूलाल अपनी जमीन को बेचान करने के लिये किसी ग्राहक को तैयार करता तो आरोपी सत्यनारायण जोशी उक्त जमीन पर अपना कब्जा बता ग्राहकों को मौके से भगा देता। साथ ही लादूलाल से उसकी जमीन में से एक प्लॉट की मांग कर उसे प्रताडित करता।
पुलिस अधीक्षक की आमजन से अपील
जिला पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने आमजन से अपील की है कि जो लोग ब्याज माफिया व सूदखोरों से परेशान है। या सूदखोरों द्वारा ब्याज का ब्याज जोडक़र मूल से भी कई गुना ब्याज की मांग कर उन्हें प्रताडि़त कर रहे हैं तो वे लोग परेशान न हो, ऐसे ब्याज माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई के लिए नजदीकी पुलिस थाने में संपर्क करें। इसके अलावा पुलिस नियंत्रण कक्ष नम्बर 01482-232011, व्हाट्सएप नम्बर 87648-57492, ऑफिस कंट्रोल नम्बर 01482-232675, व्हाट्सएप नम्बर 87648-57007 से सम्पर्क कर भी शिकायत दर्ज करवाये।
