सुख तिनके को ब्रज बना सके वह ईश्वर - स्वामी चैतन्यानन्द
भीलवाड़ा । श्री रामधाम रामायण मंडल ट्रस्ट की ओर से हमीरगढ़ रोड स्थित रामधाम में चातुर्मास में नर्बदा तट खरगोन के स्वामी चैतन्यानन्द गिरी ने कहा कि सुख तिनके को जो ब्रज बना सके वह ईश्वर है। जो ब्रज को तिनका, मरुस्थल को समुद्र, धूल के कण को सुमेर व सुमेर को धूल बना सके वह ईश्वर है। ईश्वर को भक्ति से पाया जा सकता है। पूरी दुनियां का संचालक ईश्वर है। सब ईश्वर के हाथ में है। प्रवचन के शुरू में शान्ति पाठ पंडित रमाकांत शर्मा व पंडित सुशील शुक्ला ने कराया । स्वामी का माल्यार्पण किया गया। श्री राम, जयराम, जय जय राम से रामधाम गुंजायमान रहा। शिवालय में पंडित रमाकांत शर्मा, पंडित रामू, पंडित घनश्याम, पंडित सुशील शुक्ला के मन्त्रोंचार के बीच अलग अलग समय में अभिषेक किया गया। शिवालय भोले के जयकारों से गुंजायमान रहा। भक्तों का अभिषेक के लिए तांता लगा रहा। प्रवक्ता गोविंद प्रसाद सोडाणी ने बताया की रामधाम में चातुर्मास के तहत नियमित सुबह 9 बजे से स्वामी चैतन्यानंद गिरी महाराज के प्रवचन हो रहे है । सुबह 10 व शाम 4 बजे शिवालय में भगवान शंकर के परिवार का भव्य श्रृंगार एवं अभिषेक किया जा रहा है ।