सड़कों पर ‘ पशुराज’, आपसी भिड़ंत में उठता धूल-धुआं… रुकती राह, थमते वाहन

Update: 2025-11-09 10:10 GMT

भीलवाड़ा (हलचल)।  शहर के मुख्य मार्गों पर बेसहारा और आवारा पशुओं का जमावड़ा अब आम बात हो गई है। इन पशुओं की वजह से शहरवासियों को रोजाना परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नगर  निगम  और प्रशासन की ओर से इन आवारा पशुओं को पकड़कर गोशालाओं में भेजने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। स्थिति यह है कि शहर के प्रमुख मार्ग जैसे गोल प्याऊ, स्टेशन रोड, पुर रोड, सांगानेरी गेट और माणिक्यनगर रोड पर हर समय दर्जनों पशु बैठे दिखाई देते हैं।

इन पशुओं का आपस में भिड़ना, सड़क के बीचोंबीच आकर बैठ जाना और अचानक दौड़ जाना, राहगीरों के लिए बड़ी मुसीबत बन गया है। कई बार यह पशु दोपहिया या चारपहिया वाहनों के सामने आ जाते हैं, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। कई लोग पहले ही इन पशुओं की वजह से घायल हो चुके हैं और कुछ ने तो अपनी जान भी गंवाई है। फिर भी संबंधित विभागों की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

राष्ट्रीय राजमार्गों पर भी हालात चिंताजनक हैं। भीलवाड़ा से होकर गुजरने वाले अजमेर,कोटा, राजसमंद और चित्तौड़गढ़ मार्गों पर हर समय पशुओं की भरमार रहती है। रात के समय पर्याप्त रोशनी के अभाव में ये पशु सड़क के बीचोंबीच दिखाई नहीं देते, जिसके कारण तेज रफ्तार वाहनों से टकराने की घटनाएं अक्सर हो रही हैं। आए दिन होने वाले इन हादसों के बावजूद प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है।

मुख्य मार्गों पर बैठे पशुओं में केवल बेसहारा ही नहीं, बल्कि कुछ पालतू गोवंश भी शामिल हैं। कई पशुपालक अपने पशुओं को बाड़ों से निकाल देते हैं और ये पशु सड़कों पर घूमते रहते हैं। इससे यातायात बाधित होता है और राहगीरों को बड़ी दिक्कत झेलनी पड़ती है। कई बार वाहन चालकों को अचानक ब्रेक लगाना पड़ता है, जिससे अन्य वाहन भी टकरा जाते हैं।

शहर के नागरिकों का कहना है कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद जिम्मेदार अधिकारी कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। यदि समय रहते इन आवारा पशुओं को गोशालाओं में नहीं भेजा गया तो किसी दिन बड़ा हादसा हो सकता है। जनता प्रशासन से मांग कर रही है कि शहर और राजमार्गों पर विशेष अभियान चलाकर इन पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जाए ताकि आमजन को राहत मिल सके और सड़क हादसों में कमी आए।

भीलवाड़ा जैसे विकसित हो रहे शहर में सड़कों पर बेसहारा पशुओं का इस तरह से घूमना प्रशासन की लापरवाही को उजागर करता है। अब आवश्यकता है कि नगर निगम , पुलिस और परिवहन विभाग संयुक्त रूप से कार्रवाई करें, ताकि सड़कों पर चलने वाले लोगों की जान सुरक्षित रहे और शहर में यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से चल सके।

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