भीलवाड़ा: जिला कोर्ट में करोड़ों के गबन का मामला, लिपिक की वित्तीय अनियमितताएं सामने आईं
भीलवाड़ा। जिले के जिला कोर्ट में एक गंभीर वित्तीय गड़बड़ी का मामला सामने आया है। बर्खास्त लिपिक देवेन्द्र जोशी पर एक करोड़ रुपए से अधिक के गबन का आरोप है। जांच में खुलासा हुआ है कि जोशी ने कई अनियमित तरीके अपनाकर सरकारी धन का दुरुपयोग किया।
मोबाइल खरीद में संदिग्ध गतिविधियां
जांच के दौरान यह सामने आया कि जोशी ने अधिकारियों के नाम पर एक साल में लगभग 2 लाख रुपए के सात मोबाइल फोन खरीद लिए। इनमें से एक महीने में किसी एक अधिकारी के लिए दो मोबाइल खरीदने का भी दावा किया गया, जबकि नियमों के अनुसार ऐसा करना संभव नहीं है।
विशेष जांच में यह भी पता चला कि एक ही दिन में खरीदे गए 98 हजार रुपए के डाक टिकट भी संदिग्ध पाए गए। सभी बिलों की तारीख एक जैसी थी, जिससे अनियमितता स्पष्ट होती है।
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बिलों में गड़बड़ी का खुलासा
अधिक जानकारी में सामने आया कि आरोपी लिपिक ने मोबाइल खरीदने के दो बिलों का भुगतान 40,427 रुपए की राशि के लिए उठाया। दोनों बिलों की खरीद तिथि 15 सितंबर 2022 अंकित थी। विवरण में बिल पर "मोबाईल पीओ साहब" लिखा गया था, जबकि नियम अनुसार एक महीने में किसी पीओ के लिए दो मोबाइल नहीं खरीदे जा सकते।
इसके अतिरिक्त, एक अन्य प्रविष्टि में जोशी ने पांच बिल एफवीसी बनाकर "मोबाईल पीओ साहब" का रिमार्क अंकित कर 1,54,392 रुपए का भुगतान उठाया।
