नर्सेज स्टाफ की कमी से बढ़ी परेशानी: महात्मा गांधी अस्पताल में 10 साल से नहीं बढ़ाई गई संख्या
भीलवाड़ा (हलचल)।
महात्मा गांधी अस्पताल में पिछले एक दशक में मरीजों की संख्या और पलंग तो लगभग दोगुने हो गए हैं, लेकिन नर्सेज स्टाफ की संख्या में अब तक कोई वृद्धि नहीं की गई है। इससे अस्पताल के नर्सिंग कर्मियों को भारी कार्यभार और दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
राजस्थान नर्सेज यूनियन के जिला अध्यक्ष लकी ब्यावट के नेतृत्व में मंगलवार को जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। ब्यावट ने बताया कि अस्पताल में 433 पलंग स्वीकृत हैं, जबकि वर्तमान में 770 पलंगों पर मरीज भर्ती किए जा रहे हैं। इसके बावजूद पिछले 10 वर्षों से नर्सिंग स्टाफ नहीं बढ़ाया गया है।
उन्होंने बताया कि स्वीकृत पदों में से भी 35 पद रिक्त पड़े हैं, जिन्हें भरा नहीं जा रहा है। बार-बार आग्रह के बावजूद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। यूनियन ने जिला कलेक्टर से मांग की कि जल्द से जल्द नर्सिंग स्टाफ के रिक्त पदों को भरा जाए और बढ़ती मरीज संख्या के अनुसार नए पद सृजित किए जाएं।