रिश्वत का मामला-श्रम विभाग के अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी और प्राइवेट व्यक्ति को जेल भेजा
भीलवाड़ा BHN . एक दिन पहले 33 हजार रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में पकड़े गए भीलवाड़ा श्रम विभाग के अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी व एक प्राईवेट व्यक्ति को शुक्रवार को अदालत में पेश किया, जहां से दोनों को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया।
एसीबी प्रथम के उपनिरीक्षक राजेश कुमार ने बताया कि सरदार नगर निवासी मोइनुद्दीन खां के साले की डेथ क्लेम की सास फरीदा बेगम के नाम की दो-दो लाख रुपये की दो एफडीआर थी। इस एफडीआर को समय पूर्व तुड़वाने के लिए मोइनुद्दीन ने कार्यालय उप श्रम आयुक्त के अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी बापूनगर निवासी नरेंद्रकुमार पुत्र नंदलाल लखारा से संपर्क कर स्वीकृति चाही। स्वीकृति देने के लिए उन्होंने 40 हजार रुपये की रिश्वत की डिमांड की। वहीं प्राईवेट व्यक्ति अशोककुमार आचार्य ने इस काम को कराने की एवज में दस हजार रुपये मांगे। 10 सितंबर को शिकायत का सत्यापन करवाया गया। इसके बाद एक दिन पहले गुरुवार को एसीबी टीम ने परिवादी मोइनुद्दीन से प्राईवेट व्यक्ति अशोककुमार आचार्य ने 33 हजार रुपये की रिश्वत ग्रहण की। उसने यह राशि अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी लखारा के ऑफिस में रखी आलमारी में रख दी। एसीबी टीम ने रिश्वत की राशि बरामद कर अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी लखारा और प्राइवेट व्यक्ति आचार्य को गिरफ्तार किया था। अनुसंधान के बाद एसीबी ने शुक्रवार को लखारा और आचार्य को एसीबी कोर्ट में पेश किया जहां से दोनों को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया।