गौ माता को 'राष्ट्रमाता' का दर्जा दिलाने के लिए भीलवाड़ा में कल जुटेगा संतों का समागम
बनेड़ा (हेमराज तेली) भारत भर में गौ सेवा, सुरक्षा और सम्मान के लिए चलाए जा रहे गौ सम्मान आह्वान अभियान के तहत कल, 30 दिसंबर को भीलवाड़ा में एक महत्वपूर्ण प्रदेश स्तरीय बैठक का आयोजन होने जा रहा है। यह बैठक शहर के हरिसेवा धाम (रोडवेज बस स्टैंड के पास) में दोपहर 3 बजे से प्रारंभ होगी। भीलवाड़ा जिला संयोजक गोपाल लाल बांगड़ द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, इस अभियान का मुख्य उद्देश्य केंद्र सरकार से गौ हत्या पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने और गौ माता को राष्ट्रमाता घोषित करने के लिए केंद्रीय कानून बनाने की अपील करना है। अभियान के तहत गौ हत्या और तस्करी के दोषियों को आजीवन कारावास का प्रावधान। गौशालाओं को मनरेगा से जोड़ना और बिजली बिल में छूट। सरकारी भवनों में गोबर पेंट और गौनाइल का उपयोग अनिवार्य करना। गौ-मूत्र और गोबर पर आधारित अनुसंधान विश्वविद्यालयों की स्थापना। गैर-राजनीतिक और अहिंसक स्वरूप पोस्टर और समाचार रिपोर्ट के अनुसार, यह अभियान किसी संस्था, संगठन या राजनीतिक दल के बैनर तले नहीं, बल्कि स्वयं गौ माता और नंदी बाबा की अध्यक्षता में संचालित है। इसमें स्पष्ट किया गया है कि अभियान पूरी तरह अहिंसक और शांतिपूर्ण रहेगा। इसमें कोई मंच, माइक या राजनीतिक उद्घोषणा नहीं होगी। केवल संकीर्तन, प्रार्थना और जन-जागरण के माध्यम से संदेश दिया जाएगा। बैठक में आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा भी साझा की जाएगी, जिसमें जनवरी से मार्च 2026 को देशव्यापी प्रचार-प्रसार। 27 अप्रैल 2026 तहसील और जिला मुख्यालयों पर राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन। दिल्ली में देश भर के संतों और गौ-भक्तों का महा-संकीर्तन, जो 15 अगस्त 2027 तक चलेगा। हरिसेवा धाम में होने वाली इस बैठक में राजस्थान के विभिन्न जिलों और तहसीलों से गौ-प्रचारकों और संतों के जुटने की संभावना है। आयोजकों ने सभी गौ-भक्तों से समय का विशेष ध्यान रखते हुए अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने का आह्वान किया है।