भीलवाड़ा। मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को सुदृढ़ करने की दिशा में जिले में बुधवार को किलकारी एवं मोबाइल एकेडमी कार्यक्रम पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। ममता पैलेस, रोडवेज बस स्टैंड के पास आयोजित इस कार्यशाला की अध्यक्षता मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रामकेश गुर्जर ने की। कार्यक्रम में जिला प्रोग्राम मैनेजर योगेश वैष्णव, जिला आशा समन्वयक बलवीर सहित सभी ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर, ब्लॉक हेल्थ सुपरवाइजर व सेक्टर हेल्थ सुपरवाइजर उपस्थित रहे।
कार्यशाला के दौरान प्रोग्राम ऑफिसर भागीरथ शर्मा ने प्रतिभागियों को किलकारी कॉल और मोबाइल एकेडमी के महत्व पर विस्तृत प्रशिक्षण दिया। उन्होंने बताया कि किलकारी कॉल के माध्यम से गर्भवती महिलाओं को हर सप्ताह मातृ स्वास्थ्य, एनीमिया से बचाव, टीकाकरण, परिवार नियोजन और शिशु देखभाल से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी जाती है। यह प्रणाली महिलाओं को समय पर सही स्वास्थ्य सलाह उपलब्ध कराने में अत्यंत उपयोगी है। सभी आशाएं मोबाइल एकेडमी के माध्यम से अपनी कार्यकुशलता बढ़ाकर लाभार्थियों को और बेहतर सेवाएँ प्रदान कर सकेंगी।
कार्यशाला में शक्ति दिवस के दौरान जिलेभर में आशा एवं एएनएम कार्यकर्ताओं द्वारा लाभार्थी गर्भवती महिलाओं को ‘किलकारी कॉल’ सेवा के बारे में विस्तृत जानकारी देने को कहा। स्वास्थ्य विभाग की यह महत्वपूर्ण सुविधा गर्भवती एवं धात्री माताओं को हर सप्ताह फोन कॉल के माध्यम से आवश्यक स्वास्थ्य सलाह, पोषण, एनीमिया से बचाव, परिवार नियोजन, टीकाकरण एवं मातृ स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता प्रदान करती है। प्रशिक्षण के दौरान एएनसी रजिस्ट्रेशन बढ़ाने, लाभार्थियों तक स्वास्थ्य सेवाएँ सुचारू रूप से पहुँचाने, तथा टीकाकरण कवरेज को किलकारी कॉल के माध्यम से मजबूत करने के लिए विस्तृत चर्चा की गई।
जिला कार्यक्रम प्रबंधक योगेश वैष्णव ने कार्यशाला में कहा कि एएनसी रजिस्ट्रेशन के दौरान गर्भवती महिला का स्वयं का मोबाइल नंबर पीसीटीएस में अनिवार्य रूप से दर्ज किया जाए, जिससे उन्हें समय पर किलकारी कॉल प्राप्त हो सके। सभी आशा एवं एएनएम को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए कि रजिस्ट्रेशन के बाद गर्भवती के मोबाइल में किलकारी सेवा का नंबर 1600403660 ‘डॉ अनीता’ के नाम से सेव करवाया जाए, जिससे कॉल पहचानने में आसानी हो और महिलाएं नियमित रूप से संदेश सुन सकें। इन नंबरों से गर्भवती महिलाओं को डॉ. अनीता की ओर से आवश्यक स्वास्थ्य संदेश प्राप्त होंगे, जो एएनसी जांच, टीकाकरण एवं पोषण के प्रति जागरूकता बढ़ाने में अत्यंत सहायक हैं। यदि किसी महिला द्वारा कॉल नहीं उठाया जा सके तो वह 14423 नंबर डायल कर सभी संदेश दोबारा सुन सकती है।
कार्यशाला में शामिल सभी सुपरवाइजरों ने आश्वस्त किया कि वे अपने-अपने सेक्टर व ब्लॉक में समुदाय स्तर पर व्यापक जागरूकता फैलाकर किलकारी और मोबाइल एकेडमी कार्यक्रम को शत-प्रतिशत परिणाम तक पहुँचाने का प्रयास करेंगे। साथ ही आरसीएच डेटा को समय सीमा में पोर्टल पर अपडेट करने पर भी विशेष जोर दिया गया।
