अरावली पर्वतमाला के संरक्षण को लेकर ग्रामीणों ने तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन

Update: 2025-12-20 09:26 GMT

भीलवाड़ा। दौलतगढ़ और आसपास के गांवों के ग्रामीणों ने अरावली पर्वतमाला से जुड़े एक कोर्ट के आदेश के विरोध में तहसीलदार जय सिंह आसींद को ज्ञापन सौंपा।

कोर्ट के आदेश में कहा गया है कि 100 मीटर से छोटी पहाड़ियों को अरावली पर्वतमाला की श्रेणी से बाहर कर खनन की अनुमति दी जा सकती है, जिसे ग्रामीण गंभीर रूप से खतरनाक मान रहे हैं। उनका मानना है कि इस प्रकार का आदेश क्षेत्र में अंधाधुंध खनन को बढ़ावा देगा और पर्यावरण, भूजल स्तर और जैव विविधता को नुकसान पहुंचाएगा।

ग्रामीणों का कहना है कि अरावली पर्वतमाला इस पूरे क्षेत्र के पारिस्थितिकी तंत्र की जीवनरेखा है और इसे संरक्षित करना अत्यंत आवश्यक है। ज्ञापन में तहसीलदार से आग्रह किया गया है कि इस आदेश के खिलाफ राज्य सरकार स्तर पर सख्त कानून बनाया जाए, ताकि पर्वतमाला और आसपास के पर्यावरण का संरक्षण सुनिश्चित किया जा सके।

इस मौके पर कपिल शर्मा, गोपाललाल, दीपेंद्र सिंह, नरेश कुमार, रतन, मांगीलाल, बाबूलाल, प्रकाश, मनीष सोनी और सपना बुनकर सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे। सभी ने मिलकर अरावली पर्वतमाला के संरक्षण की मांग दोहराई। ग्रामीणों ने प्रशासन से इस मामले में शीघ्र और प्रभावी कदम उठाने की अपील की है।

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