गायत्री शक्तिपीठ प्रज्ञेश्वर महादेव प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव का हुआ समापन

Update: 2024-04-22 10:37 GMT

हमीरगढ़ (अल्लाउद्दीन मंसूरी) । रेलवे फाटक आनंद विहार कॉलोनी मे गायत्री शक्तिपीठ प्रांगण में सोमवार कों शुभ मुहूर्त में गायत्री परिवारजनों ने भगवान महाकाल के शिवलिंग (प्रज्ञेश्वर महादेव) का वैदिक मंत्रोचारण के बीच स्नान, पूजन, अभिषेक कर प्राण-प्रतिष्ठा की। शक्तिपीठ में आयोजित तीन दिवसीय प्रज्ञेश्वर महादेव प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव संपन्न हुआ। गायत्री शक्तिपीठ हमीरगढ़ में 51 कुंडीय गायत्री महायज्ञ एवं संस्कार महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यहां पर नामकरण, पुंसवन, यज्ञोपवीत, दीक्षा संस्कार, विद्यारंभ संस्कार कराए गए जो। 51 पाली में यज्ञ का समापन हुआ। हवन पूजन के लिए 51 कुंड बनाए गए थे। समापन के बाद महाप्रसाद का वितरण किया गया। सर्व प्रथम गायत्री मंत्र से यज्ञ की शुरूवात की गई। तथा मां गायत्री, परम पूजनीय गुरुदेव, परम वंदनीय माता जी का पूजन किया गया। आरती में सामुहिक रूप से सैकड़ों लोगों ने भाग लिया।

शक्तिपीठ के प्रबंधक केदार दास वैष्णव ने बताया कि सोमवार को प्रज्ञेश्वर महादेव की प्राण-प्रतिष्ठा के दौरान बड़ी संख्या में दूर-दराज से गायत्री परिवार सदस्य आए। दोपहर को गायत्री शक्तिपीठ में आयोजित 51 कुंडीय महायज्ञ की पूर्णाहुति हुई। पंडित नरेंद्र ठाकुर ने कहा कि मनुष्य एक कर्मशील प्राणी है। इस दुनिया में कई सारे कार्य हैं। इन सभी कार्यों में यज्ञ को सर्वश्रेष्ठ कार्य कहा गया है। यज्ञ करने से व्यक्ति के सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। यज्ञ करने से पर्यावरण शुद्ध होता है। यज्ञ सिर्फ आध्यात्मिक कार्य ही नहीं, बल्कि यज्ञ एक विशुद्ध विज्ञान है। यज्ञ द्वारा सभी रोगों का इलाज किया जा रहा है। यज्ञ के ज्ञान पक्ष पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भूखे को भोजन कराना यज्ञ है, प्यासे को पानी पिलाना यज्ञ, रोगी को औषधि देना यज्ञ है। भारतीय संस्कृति में यज्ञ और गायत्री को देव संस्कृति के माता-पिता कहे गए। यज्ञ को सत्कर्म, गायत्री को सदबुद्धि के रूप में जाना जाता है। यज्ञ वर्म गायत्री अर्थात सदबुद्धि और सत्कर्म दोनों के मिलने से देव संस्कृति का निर्माण होता है। इससे पूर्व सुबह दीक्षा संस्कार हुआ, जिसमें सैकड़ों साधकों ने दीक्षा ली। सरोवर की पूजा अर्चना की तथा ब्रह्मा मंदिर के दर्शन किए।

क्षत्रिय समाज के राजमाता आंनद कँवर,रावत युग प्रदीप सिंह राणावत, हर्ष प्रदीप सिंह, सुकेश सिंह, अमित भास्कर, यशवंत तिवारी, भूषण चौधरी,बालमुकुंद व्यास,ओमप्रकाश शर्मा,भेरू सिंह, धनराज कीर,शैलेंद्र सिंह, भगवान सिंह,अमित कुमार, विजय जोशी,जगदीश टेलर,बालकृष्ण मुंदडा,ललित व्यास, चंद्रकांत व्यास,कालू शंकर शर्मा,एडवोकेट राव नारायण सिंह, दया शंकर जोशी एवं तीन दिवसीय महोत्सव में राजस्थान के सभी जिलों के अलावा हरिद्वार शांतिकुंज समेत विभिन्न जिलों से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। कार्यक्रम का मंच संचालन देश बंधु भट्ट ने किया l

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