छोटी उम्र में दो सगे भाई बने हाफिज-ए-कुरान:

By :  vijay
Update: 2025-02-13 12:02 GMT

हमीरगढ़ (अलाउद्दीन मंसूरी)

हमीरगढ़ l शहर में मां बाप की अच्छी परवरिश और बच्चों का दीन से लगाव आज उन्हें इस मुकाम तक लाया है। दो सगे भाइयों ने कम उम्र में कुरान मुकम्मल कर वालिद-वालिदा सहित खानदान का नाम रोशन कर दिखाया दोनों बच्चों के हाफिज-ए-कुरान मुकम्मल होने पर खुशी का माहौल है। जानकारी के अनुसार जिले के हमीरगढ़ कस्बे के नया बाजार निवासी मोहम्मद आजाद नीलगर के दो बेटे मोहम्मद इरशाद (18) मोहम्मद नौशाद (15) ने 2 वर्ष मेहनत कर कुरान मुकम्मल (मुख जुबानी)कर लिया। दोनों बच्चों के हाफिज-ए-कुरान होने पर मस्जिद के पेश इमाम ने दुआ कराई। दोनों भाइयों ने सरकारें कला दारूल उलूम उदयपुर में रहकर अपनी पढ़ाई कीl हमीरगढ़ पहुंचने पर दरगाह में परिजनों ओर कस्बे के मोतबीरान एवं युवाओं ने भाईयों को माला पहनाकर दस्तारबंदी की l कार्यक्रम में शामिल हुए सभी लोगों ने दोनों बच्चों की उम्र में बरकत व तरक्की के लिए दुआ की। इस मौके पर मिठाई खिलाकर बच्चों को मुबारकबाद दी। बच्चों के वालिद मोहम्मद आजाद नीलगर बेलदार मजदूरी का काम करते हैं।

उन्होंने कहा की दोनों बच्चों के कुरान हाफिज होने पर उनको बेहद खुशी हो रही है। उन्होंने कहा की जो बच्चे दीन से भटके हुए हैं। उनको दीन अपने दिल में बसा लेना चाहिए दुनियावी तालीम के साथ दीनी तालीम भी बेहद जरूरी है। दोनों बच्चों के कुरान मुकम्मल होने पर आगे भी वह मुफ़्ती और मौलाना की पढ़ाई करना चाहते हैं। हाजी कमरुद्दीन नीलगर,बाबूदीन गौरी,हाफिज असरार नीलगर, उस्मान गनी,सिकंदर सोरगर, तोसिफ रजा, मोहम्मद एजाज , फखरुद्दीन बिसायतीं आदि मौजूद रहे l

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