कान्याखेड़ी को खैराबाद में जोड़ने पर ग्रामीणों का विरोध,जिला कलेक्टर के नाम दिया ज्ञापन

हमीरगढ़ अलाउद्दीन मंसूरी। उपखंड क्षेत्र कान्याखेड़ी के ग्रामीणों ने जिला प्रशासन के पुनर्गठन आदेश का विरोध किया है।बड़ी संख्या में इकट्ठे होकर ग्रामीण हमीरगढ़ तहसील कार्यालय पहुंचे जहां तहसीलदार भंवरलाल सेन को जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन दिया।ग्रामीणों ने कहा कि उनका गांव शुरू से ग्राम पंचायत बिलिया कलां में शामिल रहा है।हाल ही में जिला कलेक्टर कार्यालय की ओर से 7 अप्रैल 2025 को आदेश जारी हुआ।आदेश क्रमांक/परावि/पुनर्गठन/2025/67179-188 के तहत कान्याखेड़ी को ग्राम पंचायत खैराबाद में जोड़ने का निर्णय लिया गया।राजस्थान पंचायतीराज अधिनियम 1994 की धारा 101 के तहत आपत्तियां मांगी गईं।इसके तहत ग्रामीणों ने लिखित आपत्ति दर्ज कराई है।ग्रामीणों ने कहा कि बिलिया कलां पंचायत मुख्यालय गांव से महज 2 से 3 किलोमीटर दूर है।वहीं खैराबाद पंचायत मुख्यालय की दूरी 8 से 9 किलोमीटर है।इससे आवागमन में परेशानी होगी।बिलिया कलां तक नेशनल हाईवे और डामरी सड़क बनी हुई है।जबकि खैराबाद तक जाने के लिए कोई पक्का रास्ता नहीं है।ग्रामीणों ने बताया कि खैराबाद जाने के लिए पहले बिलिया कलां होकर ही जाना पड़ता है।ऐसे में बिलिया कलां ही उनके लिए उपयुक्त पंचायत है।भूगोलिक दृष्टि से भी कान्याखेड़ी का खैराबाद से कोई सीधा संपर्क नहीं है।दोनों के बीच बनास नदी बहती है।नदी पर कोई पुल नहीं है।बरसात में संपर्क पूरी तरह टूट जाता है।ग्रामीणों ने कहा कि व्यवहारिक और भूगोलिक दोनों ही दृष्टियों से खैराबाद में शामिल करना गलत है।सरकार के इस निर्णय से गांव में भारी विरोध है।सभी ग्रामीण चाहते हैं कि कान्याखेड़ी को पूर्ववत ग्राम पंचायत बिलिया कलां में ही रखा जाए।ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी आपत्ति पर विचार नहीं हुआ तो वे धरना,प्रदर्शन और आंदोलन करेंगे।पूरे गांव के ग्रामीण मताधिकार का उपयोग भी नहीं करेंगे।