हे! चिकित्सकों करों कोई ऐसी ‘खोज़‘...
By : vijay
Update: 2025-03-01 07:33 GMT
आज कम उम्र में हृदयगति रुक रही है,
नौजवान पीढ़ी मृत्युशैया पर सो रही हैं।
विहंगम स्थिति में पुरानी पीढ़ी रो रही है,
जिसके कंधों पर जाना उसे ही ढ़ो रही है।
जवानी ख्वाबों से हकीकत में हो रही है,
ये देखों सिसकियॉ आगोश में ले रही है।
आज कम उम्र में हृदयगति रुक रही है,
नौजवान पीढ़ी मृत्युशैया पर सो रही हैं।
कोई नृत्य करते आखरी सांस ले रहा है,
काल के गाल में अचानक समा रहा है।
दूल्हें की खुशियॉ घोड़ी चढ़कर नहीं है,
सामने खड़ा मातम आस-पास कहीं हैं।
आज कम उम्र में हृदयगति रुक रही है,
नौजवान पीढ़ी मृत्युशैया पर सो रही हैं।
कोई युवा जिम में वर्कआउट कर रहा है,
वक्त के आगे सभी धरा रह जा रहा है।
सहसा सड़क पे गाड़ी से चला जा रहा है,
हे! चिकित्सकों करों कोई ऐसी ‘खोज़‘ !
युवा मृत्यु के मुख समाये न रोज़-रोज़।