भीलवाड़ा में जन्माष्टमी पर मंदिरों में उमड़ी श्रद्धालुओं की अपार भीड़, हुई महाआरती , केक काटा, पंजीरी-माखन मिश्री का प्रसाद व‍ितरीत

Update: 2025-08-16 18:30 GMT

भीलवाड़ा (हलचल)। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व पर भीलवाड़ा शहर सहित जिले भर में भक्ति, श्रद्धा और उल्लास की अद्वितीय छटा बिखरी। जैसे ही रात्रि के 12 बजे शंखध्वनि और घंटों की गूंज के साथ "नंद घर आनंद भयो, जय कन्हैयालाल की" का उद्घोष हुआ, मंदिरों से लेकर घरों तक भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का उत्सव मनाया गया। हजारों की संख्या में श्रद्धालु विभिन्न मंदिरों में उमड़े और कान्हा के जन्म का साक्षात अनुभव कर अभिभूत हो उठे।

शहर के मुख्य मंदिरों में सजी झांकियां, उमड़ी भक्तों की भीड़

भीलवाड़ा के वस्त्र नगरी में प्रमुख मंदिरों को भव्य रूप से सजाया गया। शहर के संकट मोचन हनुमान मंदिर, पेच के बालाजी, दूदाधारी मंदिर, गणेश मंदिर, हठीले हनुमान मंदिर, शनिदेव मंदिर, पांसल रोड स्थित शिव मंदिर, वाटर वर्क्स के पास शिवालय सहित अनेक मंदिरों में श्रीकृष्ण जन्म की झांकियां सजाई गईं।

संकट मोचन हनुमान मंदिर पर सबसे अधिक भीड़ देखी गई। यहां श्रीकृष्ण के जीवन से संबंधित कई आकर्षक झांकियां सजाई गई थीं, जो श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बनीं। इन झांकियों को देखने के लिए गोल प्याऊ चौराहे तक लम्बी कतारें लगी रहीं।

झांकियों में कृष्ण जन्म, माखन चोरी, रासलीला, गोवर्धन धारण, गोकुल लीला जैसे प्रसंगों को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया गया। सांझ ढलते ही मंदिरों के आस-पास का वातावरण भक्तिमय हो गया। महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग पारंपरिक वेशभूषा में सजकर भगवान के दर्शन करने पहुंचे।

रात्रि 12 बजे महाआरती के साथ ही गूंज उठा शहर 'जय कन्हैयालाल की'

रात्रि 12 बजते ही संकट मोचन मंदिर के महंत बाबूगिरी महाराज ने महाआरती की शुरुआत की। इस दौरान पूरे परिसर में शंख, झालर और घंटों की ध्वनि गूंज उठी। श्रद्धालु हाथों में दीप लिए *"जय कन्हैयालाल की", "हाथी घोड़ा पालकी", "राधे-राधे"* के जयकारे लगाते रहे। पूरा क्षेत्र आधी रात को भी दिन की तरह रोशन हो गया और भक्तों का उत्साह देखते ही बनता था।

इस दौरान श्रीकृष्ण के जन्मदिवस को प्रतीकात्मक रूप में मनाते हुए केक काटा गया और उन्हें माखन-मिश्री व पंजीरी का भोग अर्पित किया गया। बाद में यह प्रसाद श्रद्धालुओं में वितरित किया गया।

पेच के बालाजी मंदिर में विशेष चोला, दिव्य झांकियों का दर्शन

पेच के बालाजी मंदिर में जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में बालाजी महाराज को विशेष चोला चढ़ाया गया। मंदिर के पुजारी पंडित आशुतोष शर्मा ने बताया कि दिन भर मंदिर परिसर में विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। रात्रि में विशेष आरती कर बालाजी को पंजीरी और माखन मिश्री का भोग अर्पित किया गया।

मंदिर में सजाई गई झांकियों में बाल गोपाल, कृष्ण-अर्जुन संवाद, कंस वध जैसे दृश्यों को जीवंत रूप से दर्शाया गया, जिन्हें देखने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी।

हटीला हनुमान मंदिर में भक्तों का संगम

रेलवे स्टेशन स्थित हटीला हनुमान मंदिर में रंगीन लाइटिंग, फूलों की माला और रंगोली से सजावट की जा रही है।



 


पंडित बालकिशन शर्मा ने बताया कि रात 12 बजे महाआरती के बाद प्रसाद वितरण  किया ।

ब्रह्मा कुमारी द्वारा सजाई गई भव्य झांकियां



 ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा शास्त्रीनगर स्थित नीलकंठ महादेव मंदिर में विशेष झांकियां सजाई गईं। संस्था की दीदी तरुणा ने बताया कि परिसर में गोवर्धन पर्वत, बाल स्वरूप श्रीकृष्ण और गौ माता की आकर्षक झांकियां सजाई गई थीं। श्रद्धालुओं ने इन झांकियों को देखकर श्रद्धा भाव से पूजन किया और ईश्वर भक्ति में लीन हो गए।मुख्य अतिथि विधायक श्री अशोक कोठारी का आमंत्रित किया गया। विधायक महोदय श्री अशोक जी कोठारी ने द्वीप प्रज्वलन करके कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया।

घरों में भी मनाया गया उत्सव, बच्चों ने निभाई कृष्ण-राधा की भूमिका

मंदिरों के साथ-साथ शहर और ग्रामीण अंचलों के घरों में भी जन्माष्टमी उत्साहपूर्वक मनाई गई। लोगों ने अपने घरों में भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा स्थापित कर झूला सजाया और बाल गोपाल को झूला झुलाया। बच्चों ने राधा-कृष्ण की वेशभूषा में झांकी प्रस्तुत की। रात को 12 बजे घरों में भी आरती की गई, भोग लगाया गया और प्रसाद वितरित किया गया।

प्रशासन रहा मुस्तैद, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के सख्त इंतजाम किए थे। संकट मोचन, पेच के बालाजी मंदिर, नीलकंठ महादेव मंदिर और अन्य प्रमुख मंदिरों के आसपास अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई।

शहर के मुख्य मार्गों पर विशेष यातायात पुलिस टीमें लगाई गईं और कई स्थानों पर ट्रैफिक को वन-वे किया गया। पुलिस ने बाहरी क्षेत्रों और शहर में लगातार गश्त कर कानून व्यवस्था बनाए रखी। इसके अलावा, CCTV की मदद से निगरानी की गई और नियंत्रण कक्ष से लगातार सूचना संप्रेषण किया गया।

भक्ति, सुरक्षा और सौहार्द का सुंदर संगम

इस बार की जन्माष्टमी में भक्ति और भव्यता का अनोखा संगम देखने को मिला। श्रद्धालु न केवल मंदिरों में दर्शन करने पहुंचे, बल्कि पूरे आयोजन में सुरक्षा और अनुशासन भी प्रमुखता से देखने को मिला। महिलाओं और बच्चों की सुविधा के लिए विशेष प्रबंध किए गए थे।

श्रद्धा में डूबा रहा भीलवाड़ा

पूरा भीलवाड़ा जन्माष्टमी की रात भक्ति, आराधना और उत्सव में डूबा रहा। देर रात तक मंदिरों में भजन-कीर्तन, आरती और झांकियों के दर्शन चलते रहे। श्रद्धालु भक्ति रस में सराबोर होकर अपने आराध्य का जन्मोत्सव मनाते रहे।

श्री श्याम मंदिर में जन्माष्टमी महोत्सव की धूम, झांकियों ने मन मोह लिया




 


भीलवाड़ा। जन्माष्टमी पर्व पर श्री श्याम मंदिर में भक्तिमय वातावरण छाया रहा। हजारों भक्तों ने श्याम बाबा और भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।

कोलकाता से आए कारीगरों द्वारा फूलों से सजाई गई कृष्ण भगवान और श्याम बाबा की झांकियां आकर्षण का केंद्र रहीं। तीन झांकियों में से एक विशेष झांकी में आज के समय में बच्चों पर पढ़ाई एवं भविष्य के दबाव का मार्मिक चित्रण किया गया, जिसने भक्तों को सोचने पर मजबूर कर दिया।

पंडित रूपेंद्र शुक्ला एवं पंडित रवि ने बाबा का अलौकिक श्रृंगार संपन्न कराया। दर्शन और आरती के लिए श्री श्याम सेवा समिति के कार्यकर्ताओं ने सुंदर व्यवस्थाएं कीं।

श्याम बाबा और श्रीकृष्ण का संबंध

ध्यान रहे कि खाटू श्याम जी वही बर्बरीक हैं, जो महाभारत युद्ध में वीर गाथा लिखने वाले थे। भगवान श्रीकृष्ण ने प्रसन्न होकर उनसे वरदान दिया था कि कलियुग में तुम ‘श्याम नाम’ से पूजे जाओगे और तुम्हारी भक्ति से ही भक्तों की मनोकामना पूरी होगी। इसी कारण जन्माष्टमी पर श्याम बाबा का विशेष श्रृंगार और झांकियां अत्यंत महत्व रखती हैं।

अध्यक्ष सुरेश पोद्दार ने कहा — “जन्माष्टमी पर श्याम बाबा का श्रृंगार और झांकियां भक्तों को भक्ति व आनंद के साथ भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं से जोड़ती हैं। यह दिन हमारे लिए सौभाग्य का प्रतीक है।”

मीडिया प्रभारी पंकज अग्रवाल ने बताया — “भक्तों के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गईं। कोलकाता से आए कारीगरों की सजावट और भव्य झांकियों ने जन्माष्टमी महोत्सव को अविस्मरणीय बना दिया।”

रात 12 बजे जन्मोत्सव पर माखन मिश्री का प्रसाद वितरण किया गया।


वीर हनुमान मंदिर हनुमान कॉलोनी भीलवाड़ा मे हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाई गई। एवं महा आरती में बहुत से भक्तजन उपस्थित रहे एवं भगवान का आशीर्वाद लिया एवं भक्तजनों द्वारा हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की के जयकारे लगे ।



 


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