भक्ति से ज्ञान और वैराग्य की प्राप्ति संभव: स्वामी अच्युतानंद

Update: 2025-08-23 11:00 GMT

भीलवाड़ा,। हमीरगढ़ रोड स्थित रामधाम में जारी चातुर्मास प्रवचन के दौरान शनिवार को स्वामी अच्युतानंद ने भक्ति के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भक्ति में असीम शक्ति है, जो मनुष्य को ज्ञान की ओर अग्रसर करती है। इस ज्ञान के द्वारा ही व्यक्ति को अपनी आत्मा का साक्षात्कार होता है। स्वामी ने जोर देकर कहा कि हर व्यक्ति के लिए रामायण और महाभारत जैसे शास्त्रों का अध्ययन अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि ये हमें जीवन के वास्तविक लक्ष्य से परिचित कराते हैं। उन्होंने बताया कि भक्ति के माध्यम से मनुष्य सांसारिक बंधनों से मुक्त होकर ज्ञान प्राप्त कर सकता है, और इसी से वैराग्य की भी प्राप्ति होती है। स्वामी अच्युतानंद ने यह भी समझाया कि भक्ति मार्ग इतना सरल है कि एक अज्ञानी व्यक्ति भी इसके जरिए परमात्मा को पा सकता है। श्री रामधाम रामायण मंडल ट्रस्ट के सचिव अभिषेक अग्रवाल एवं प्रवक्ता गोविंद प्रसाद सोडानी ने बताया कि अमावस्या के पावन अवसर पर रामधाम गौशाला में भक्तों का तांता लगा रहा। इस दिन राधाकृष्ण सोमानी और राकेश सिंघवी के सहयोग से गौशाला में गायों को लापसी खिलाने का विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में भक्तों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। ट्रस्ट की ओर से रविवार को साप्ताहिक रामायण पाठ दोपहर 3:00 बजे भोपालगंज स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर में होगा। 31 अगस्त को साप्ताहिक रामायण पाठ नौगांवा सांवरिया सेठ मंदिर में होगा। श्रद्धालुओं के लिए बसों की व्यवस्था रहेगी

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