नवरात्रि पर सजाया गया मातारानी वैष्णोदेवी का दरबार,भीलवाड़ा में पहली बार 5100 अखण्ड दीप प्रज्वलित
भीलवाड़ा, । ग्रीष्म नवरात्रि स्थापना का शुभ अवसर इस बार धर्मनगरी भीलवाड़ा के श्रद्धालुओं के लिए खास बन गया है। भीलवाड़ा में पहली बार संकटमोचन हनुमान मंदिर के महन्त बाबूगिरीजी महाराज की पहल पर रविवार को हरिशेवाधाम परिसर में महामंडलेश्वर हंसारामजी महाराज के सानिध्य में माता वैष्णोदेवी का दरबार सजाया गया ओर 5100 अखण्ड दीप प्रज्वलित किए गए है। यह दीपक पूरी नवरात्र अवधि में प्रज्वलित रहेंगे।

श्रद्धालुओं के दीपक दर्शन एवं माता वैष्णोदेवी के दरबार तक पहुंचने के लिए दिल्ली एवं आगरा से आए कलाकारों द्वारा 120 फीट लंबी गुफा तैयार की गई है। पहले ही दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने वहां पहुंच माता वैष्णोदेवी के दरबार ओर दीपक दर्शन का लाभ प्राप्त किया। दीप प्रज्वलन से पूर्व दोपहर 12.15 बजे महामंडलेश्वर हंसारामजी महाराज एवं महन्त बाबूगिरीजी महाराज के सानिध्य में दीपक स्थल पर माता वैष्णोदेवी दरबार की विधि विधान के साथ स्थापना की गई। वैदिक मंत्रोच्चार पंडित देवेन्द्र शास्त्री ने किया। स्थापना के बाद मातारानी के जयकारों के बीच महामंडलेश्वर हंसारामजी महाराज,महन्त बाबूगिरीजी महाराज सहित बड़ी संख्या में मौजूद श्रद्धालुओं ने भक्तिभाव से आरती की। इस अवसर पर सर्व सनातन समाज में सुख शांति व समृद्धि की कामना की गई।
इसके बाद अलग-अलग भक्तों एवं उनके परिवारों के नाम से 5100 दीपक में तेल भरकर उन्हें प्रज्वलित किया गया। इन दीपक को प्रज्वलित रखने में करीब 800 टिन मूंगफली तेल का उपयोग होगा। महंत बाबूगिरीजी महाराज ने बताया कि 25 पंडित रात-दिन जलते दीपक की देखरेख करेंगे। भीलवाड़ावासियों की सुख समृद्धि के लिए 21 पंडितो द्वारा नवरात्रि में दुर्गा सप्तशति पाठ किया जा रहा है। मातारानी के भक्त वैष्णोदेवी के दरबार एवं अखण्ड प्रज्वलित दीपक के नवरात्रि अवधि में दिनभर हरिशेवाधाम परिसर पहुंच दर्शन कर सकेंगे। माता वैष्णोदेवी दरबार की विधि विधान के साथ स्थापना के समय महावीर अग्रवाल, गजानंद बजाज, रमेशचन्द बंसल, पीयूष डाड, डॉ. उमाशंकर पारीक, पवन वर्मा, रामेश्वर ईनाणी, बद्रीलाल सोमानी, सुनील रांका, दुर्गालाल सोनी, रमेश नेभवानी, इन्द्रकुमार अवतानी, विजय मोटवानी, पंकज आडवाणी,गोपाल नानकानी,विनोद झुरानी, कमल कोठारी सहित बड़ी संख्या में भक्तजन मौजूद थे।