भीलवाड़ा । नवरात्र के पावन अवसर पर श्री रामधाम रामायण मंडल ट्रस्ट ने हमीरगढ़ रोड स्थित रामधाम में पंडित सुशील शुक्ला के सानिध्य में घट स्थापना की। इस मौके पर 'नवाहन पारायण पाठ' का शुभारंभ किया। रामधाम सरकार के जयकारों से मंदिर परिसर गूंज उठा। पाठ में पहले दिन 70 भक्तों ने पंडित घनश्याम के सानिध्य में पाठ में भाग लिया।
उधर रामधाम में विराजित संत स्वामी अचयुतानन्द ने कहा कि हिंदू धर्म में, नवरात्र देवी दुर्गा की आराधना का महापर्व है, लेकिन इसके साथ ही अन्य धार्मिक अनुष्ठानों का भी विशेष महत्व होता है। रामचरितमानस का पाठ, जिसे 'नवाह्न पारायण' के रूप में नौ दिनों तक लगातार किया जाता है, अत्यंत शुभ और पुण्यदायी माना गया है। ऐसी मान्यता है कि इस पवित्र ग्रंथ का पाठ करने से घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है। इसके हर एक दोहे और चौपाई में जीवन का गूढ़ रहस्य छिपा है, जो व्यक्ति को धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। यह पाठ न सिर्फ मन को शांत करता है, बल्कि व्यक्ति के भीतर सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी करता है। भगवान राम के जीवन चरित्र का स्मरण करने से मन से सभी प्रकार के कष्ट, भय और चिंताएं दूर होती हैं। नवरात्र के दौरान रामचरितमानस का पाठ करने से देवी दुर्गा और भगवान राम दोनों का आशीर्वाद प्राप्त होता है, जिससे सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। यह अनुष्ठान सभी श्रद्धालुओं के लिए भक्ति, ज्ञान और मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करेगा, जिससे पूरे क्षेत्र में एक भक्तिमय और आध्यात्मिक वातावरण का निर्माण हो रहा है। ट्रस्ट के प्रवक्ता गोविंद प्रसाद सोडानी ने बताया कि यह अनुष्ठान 1 अक्टूबर तक चलेगा, जिसमें प्रतिदिन सुबह 7 बजे से पंडित घनश्याम द्वारा श्री रामचरितमानस का पावन पाठ कराया जाएगा।