ग्रामीणों की जिद ने बदला रूपाहेली खुर्द का नाला, अब ‘रिवर फ्रंट’ जैसा नजारा

Update: 2025-09-22 09:02 GMT

बेरां (भैरूलाल गुर्जर)। बनेड़ा उपखंड क्षेत्र के रूपाहेली खुर्द गांव में स्थित बरसाती नाला, जो कभी गांव के गंदे पानी और बदबू के कारण बदहाल था, अब ग्रामीणों की मेहनत और जनप्रतिनिधियों की पहल से रिवर फ्रंट जैसा स्वरूप ले चुका है। वर्षों तक यह नाला गंदगी और उपेक्षा का शिकार रहा, जहां लोग आना भी पसंद नहीं करते थे। लेकिन अब यहां बरसात का साफ पानी भरा हुआ है और नजारा बेहद खूबसूरत हो गया है।

गौरतलब है कि 20 साल बाद जलझूलनी एकादशी पर ठाकुर जी की जलविहार यात्रा यहीं संपन्न कराई गई। नाले में जल स्तर भी पहले की तुलना में काफी बढ़ गया है। जहां पहले पानी का स्तर 80 फीट था, अब यह बढ़कर 100 फीट तक पहुंच चुका है।

नाले के पास श्मशान भूमि स्थित है, जहां अंतिम संस्कार के बाद ग्रामीण स्नान करते हैं। अब यह स्थान बच्चों के लिए स्विमिंग सीखने का भी केंद्र बन गया है।

बनेड़ा प्रधान मुन्ना कंवर राठौर के पुत्र विजेंद्र पाल सिंह राठौर ने इस परिवर्तन की पहल की। उन्होंने नाले की स्थिति की सुध ली और इसे सुधारने के लिए योजना बनाई। अब यहां ओपन जिम और पार्क का निर्माण भी प्रस्तावित है।

राठौर ने जानकारी दी कि स्वरूप सागर के सीपेज रिसाव का पानी जुलाई से मार्च तक इस नाले में बहता था। पहले यह नाला करीब 150 फीट चौड़ा था, लेकिन अतिक्रमण के चलते यह सिकुड़कर सिर्फ 20 फीट रह गया था। अप्रैल 2025 में मनरेगा योजना के तहत दो स्तरों पर कार्य शुरू किया गया।

नाले की खुदाई एवं गहरीकरण के बाद पक्का निर्माण कार्य करवाया गया। दोनों ओर 17-17 सीढ़ियां बनाई गईं और रपट (चेक डैम) का निर्माण किया गया। नाले के किनारे कटाव और पानी की घुसपैठ को रोकने के लिए फेस वॉल भी बनाई गई। नाले की कुल लंबाई करीब 14,500 फीट है, जिसमें पहले चरण में 1,000 फीट क्षेत्र को विकसित किया गया।

सौंदर्यीकरण के तहत नाले के किनारे कंगूर वाली लाइट लगाई गई हैं, जिससे रात में भी ग्रामीण यहां घूमने आते हैं। बच्चों के लिए स्विमिंग की अलग व्यवस्था है और कपड़े धोने के लिए भी अलग स्थान निर्धारित किया गया है। पास ही सामुदायिक भवन भी बनाया गया है, जिससे ग्रामीणों को सामाजिक कार्यक्रमों के लिए स्थान मिल गया है।

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