भीलवाड़ा
धनतेरस और दीवाली के अवसर पर सोना खरीदना भारतीय परंपरा का अहम हिस्सा है। पिछले एक साल में सोने की कीमतों में लगभग 50% बढ़ोतरी हुई है, जिससे उपभोक्ताओं के लिए सोने की शुद्धता की जांच और भी जरूरी हो गई है।
सरकार ने अब उपभोक्ताओं के लिए बड़ा कदम उठाया है। अगर हॉलमार्क सोने की शुद्धता तय मानक से कम पाई जाती है, तो उपभोक्ता को मुआवजा मिलेगा।
गोल्ड हॉलमार्किंग:
भारत सरकार ने सोने की शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए हॉलमार्किंग अनिवार्य कर दी है। अब देश के 361 जिलों में हॉलमार्केड सोना ही बेचा जा सकता है। हॉलमार्क की शुरुआत क्रमशः 16 जून 2021 से 5 नवंबर 2024 तक विभिन्न चरणों में हुई।
हॉलमार्क की जांच कैसे करें:
हर सोने के आभूषण पर 6-अंकों का HUID (Hallmark Unique Identification) नंबर होना जरूरी है। ग्राहक इसे BIS Care App के “Verify HUID” फीचर में दर्ज कर शुद्धता जांच सकते हैं।
पुराने या बिना हॉलमार्क वाले गहने:
BIS मान्यता प्राप्त Assaying and Hallmarking Centre (AHC) में जांच कराई जा सकती है। एक बार में 10 गहने तक की जांच संभव है। जाँच शुल्क प्रति पीस ₹45 या न्यूनतम ₹200 है।
मुआवजा:
अगर हॉलमार्क वाले सोने में कम शुद्धता पाई जाती है, तो उपभोक्ता को अंतर की दो गुनी राशि और जाँच शुल्क की पूरी वापसी मिलेगी।
उपभोक्ताओं को सलाह दी जाती है कि सोना हमेशा हॉलमार्केड दुकानों से ही खरीदें और HUID नंबर की जांच जरूर करें।
