हाथरस वाले भोले बाबा का आश्रम माया महल से कम नहीं
भोले बाबा के ऊंचीं दीवारों के पीछे छिपे बिछवां स्थित आश्रम जब कैमरे में कैद किया तो यहां एक आलीशान महल नजर आया। । ये भवन आश्रम कम और किसी बड़े शहर के होटल की तरह ज्यादा दिख रहा था।इस पर दोनों तरफ साकार विश्व हरि की ही तस्वीरें लगी थी
साकार विश्व हरि मंच पर कोट-पैंट में जितने आधुनिक नजर आते हैं, उतना ही आधुनिक उनका रहन-सहन भी है। बिछवां स्थित आश्रम की ऊंचीं दीवारों के पीछे जब कैमरा पहुंचा तो यहां एक आलीशान महल नजर आया। इस पर दोनों तरफ साकार विश्व हरि की ही तस्वीरें लगी थी। ये भवन आश्रम कम और किसी बड़े शहर के होटल की तरह ज्यादा दिख रहा था।जीटी रोड पर खेतों के बीच बड़े क्षेत्रफल में बाबा का आश्रम बना है। आश्रम का नाम मन में एक अलग ही छवि उभरकर आती है। लेकिन बाबा का आश्रम ऐसा बिल्कुल नहीं है। ऊंची-ऊंची दीवारों के पीछे जब ड्रोन कैमरा गया तो यहां एक आलीशान महल नजर आया।
बहुमंजिला ये महल किसी बड़े होटल की तरफ नजर आ रहा था। इसमें कांच के बड़े-बड़े दरवाजे थे तो वहीं दोनों तरफ बाबा की बड़ी-बड़ी फोटो लगी हैं। बाहर बैठने के लिए अलग से हट भी बनाई गई हैं।
ये दृश्य देखकर हर किसी को ये बात समझ आ गई कि मंच पर सूट-बूट में नजर आने वाले साकार विश्व हरि अपनी निजी जिंदगी में भी भौतिक सुख सुविधाओं के शौकीन हैं। इस महल में कूलर, एसी से लेकर जेनरेटर आदि सभी व्यवस्थाएं हैं। आसपास के खेतों में भरे पानी और फसलों को देखकर इस बात का अंदाजा भी लगाना मुश्किल है कि इन दीवारों के पीछे बाबा का इतना आलीशान महल भी होगा।
सिकंदराराऊ की घटना से जहां पूरा देश दहल गया, वहीं साकार विश्व हरि के अनुयायियों पर इसका कोई फर्क नजर नहीं आ रहा है। बिछवां स्थित आश्रम पर पुलिस के पहरे के बीच भी अनुयायी यहां पहुंच जाते हैं। बृहस्पतिवार को पहुंचीं महिला अनुयायियों ने तो यहां हंगामा खड़ा कर दिया था।
उनका कहना था कि साकार विश्व हरि की कोई गलती नहीं है। वहीं शुक्रवार को भी महिला अनुयायी आश्रम जाने के लिए परेशान रहीं। पुलिस ने जाने से रोका तो सड़क पर ही आश्रम की तरफ मुंह करके जमीन पर माथा टेकने लगीं। महिला पुलिसकर्मियों ने बमुश्किल उन्हें जमीन से उठाकर वापस भेजा।
बिछवां स्थित साकार विश्व हरि के आश्रम पर बृहस्पतिवार को आधी रात के बाद पुलिस ने छापा मारा। लखनऊ नंबर के पुलिस वाहनों से पहुंची पुलिस एक घंटे तक आश्रम में रुकी। रात के दो बजे के करीब दो गाड़ियों को लेकर लौट गई। सूत्रों के अनुसार टीम लखनऊ और आगरा एसटीएफ की बताई जा रही है। जबकि जिले के अधिकारी कुछ भी न बताकर चुप्पी साधे हैं।