भाजपा नेता के मैरिज होम में हैवानियत: दलित किशोरी से दुष्कर्म मामले में नेता बच नहीं पाया,चालक सहित जेल गया

Update: 2024-08-24 07:11 GMT

 आगरा के सदर के ताल फिरोज खां में बुधवार रात को भाजपा के पूर्व महामंत्री प्रेमचंद कुशवाहा के मैरिज होम में 16 वर्षीय दलित किशोरी के साथ दुष्कर्म हुआ। पुलिस ने भाजपा नेता के चालक आरोपी भीमसेन को जेल भेजने के बाद प्रेमचंद कुशवाहा को भी जेल भेज दिया।

 आगे की कार्रवाई के लिए पॉक्सो एक्ट में तलब करने के लिए कोर्ट में प्रार्थनापत्र दिया। इस पर 27 अगस्त की तारीख लगी है। मुकदमे में एससी-एसटी एक्ट की वृद्धि की गई है। अब विवेचना एसीपी सदर डॉ. सुकन्या शर्मा करेंगी।

बुधवार रात को किशोरी घर से निकली थी। वह घर के पास दुकान पर गई थी। मगर, वापस नहीं लौटी। परिजन को प्रेमचंद कुशवाहा मैरिज होम में मिले। उन्होंने अंदर किसी के होने से इन्कार किया। मगर, किशोरी मिल गई।

इस पर लोग आक्रोशित हो गए। किशोरी ने भाजपा नेता के चालक भीमसेन उर्फ भीमा का नाम लिया। वह मैरिज होम से फरार हो गया था। लोगों ने प्रेमचंद को पकड़ लिया। उन्हें थाना लाकर पुलिस के हवाले कर दिया।

घटनास्थल पर नेता के भतीजे संदीप और आकाश मौजूद थे। वह फरार हो गए थे। किशोरी ने भीमा का नाम लिया। बताया कि उसने गलत काम किया। बृहस्पतिवार को जानकारी पर जाटव महापंचायत ने थाने पर प्रदर्शन किया था। आरोप लगाया कि एक भाजपा विधायक के परिचित प्रेमचंद कुशवाहा ने मुख्य आरोपी का सहयोग किया।

वह मैरिज होम का दरवाजा भी नहीं खोल रहा था। आरोपी के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की। मामले में पुलिस ने भीमा को गिरफ्तार कर जेल भेजा। लोगों के दबाव में प्रेमचंद कुशवाहा को भी शांति भंग में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जाटव महापंचायत मामले में उग्र थी।

साक्ष्य संकलन कर रहे

एसीपी सदर डाॅ. सुकन्या शर्मा ने बताया कि मुकदमे में एससी-एसटी एक्ट की वृदि्ध कर दी गई है। इससे विवेचना वह खुद कर रही हैं। साक्ष्य संकलन किया जा रहा है। पीड़िता का मेडिकल कराया गया। उसने मेडिकल के दाैरान चिकित्सक के समक्ष कहा था कि उसके साथ भीमा ने गलत काम किया। उसके कोर्ट में भी बयान दर्ज कराए गए थे। इसका अवलोकन किया गया। पीड़िता ने भीमा को आरोपी बताया।

भाजपा नेता की सिफारिश में आए फो

भाजपा नेता पर आरोप लगने के बाद पुलिस के पास फोन आने शुरू हो गया। कई बड़े नेताओं ने सिफारिश करना शुरू कर दिया। इससे पुलिस दबाव में आ गई। उसके खिलाफ कार्रवाई का मन नहीं था। मगर, जाटव महापंचायत के ऐलान के बाद शांति भंग में कार्रवाई की गई।एसीपी कोर्ट में पेश किया।जमानत प्रार्थना पत्र प्रस्तुत न करने को आधार बनाते हुए जेल भेज दिया।

परिजन बोले, बेटी को दफनाने की थी तैयारी

परिजन ने आरोप लगाया कि बेटी मैरिज होम से जिंदा बचकर नहीं आता। आरोपी ने गड्ढा खोद लिया था। उसे दफनाने वाला था। पुलिस ने इसके बारे में पता किया। अंदर गड्ढा मिला। हालांकि यह गड्ढा पुराना प्रतीत हो रहा था। उधर, घटना के बाद से पीड़िता दहशत में है।वह घर से बाहर नहीं निकल रही है। परिवार के लोग उसे संभाल रहे हैं।

मैरिज होम में हैवानियतमैरिज होम पर बुलडोजर चलाने की मांग

दलित किशोरी के साथ घटना के बाद पूर्व मुख्यमंत्री मायवती ने पोस्ट किया। जाटव महापंचायत भी उग्र हो गई थी। लोग मांग कर रहे थे कि भाजपा नेता के मैरिज होम पर बुलडोजर चलाया जाए।

पुलिस को चेतावनी दी कि किसी को बचाने का प्रयास नहीं किया जाए। कई जिलों में आरोपियों पर बुलडोजर चलाया गया है। अब यहां भी ऐसा होना चाहिए। मगर, मांग नहीं मानी जाती है तो सड़क पर उतरकर आंदोलन होगा।


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