पत्थर व्यापारी ने अपने मकान में की आत्महत्या, सुसाइड नोट में दो बहनों सहित एक युवक को ठहराया जिम्मेदार

Update: 2024-07-09 03:28 GMT

बिजोलिया(गिरधर पराशर)।  यहां एक पत्थर व्यापारी ने फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। इस दौरान पुलिस ने एक सुसाइड नोट बरामद किया है। जिसमें व्यापारी ने मध्यप्रदेश की रहने वाली दो महिला और युवक को मौत का जिम्मेदार बताया है। सुसाइड नोट में लेने देन को लेकर मिलने धमकियों से परेशान होने की बात लिखी है। मामला भीलवाड़ा जिले के बिजौलिया है।

बेटे को फंदे पर लटका मिला शव

थाना एएसआई नरेश कुमार ने बताया-गणेशपुरा निवासी सुरेश (45) पुत्र जीतमल धाकड़ ने आज दोपहर में अपने घर में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। दोपहर में सुरेश की पत्नी कांति देवी खेत पर गई हुई थी। वहीं छोटा बेटा विजय (13) स्कूल गया था। बड़ा निखिल (18) कोटा जाने की तैयारी कर रहा था। इसलिए वह अपने दोस्त के पास गया था। दोपहर 3 बजे जब बेटा निखिल घर पहुंचा तो अंदर से कुंडी लगी हुई थी। काफी आवाज देने के बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला तो उसने गेट के उपर चढ़कर कुंडी खोली। अंदर जाकर बरामदे में देखा तो उसके पिता फंदे से लटके थे। जिस पर उसने पड़ोसी और परिजनों को सूचना दी।

पुलिस ने बरामद किया सुसाइड नोट

 इसके बाद परिजन उसे उतारकर बिजौलिया के एक निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जब परिजन शव को घर लेकर पहुंचे तो पेंट की जेब से एक सुसाइड नोट मिला। इसके बाद सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का बिजौलिया के सरकारी अस्पताल में पोस्टमॉर्टम कराया। साथ ही सुसाइड नोट के आधार पर जांच शुरू कर दी है।

पुलिस ने बताया-नरेश की कुमार की पेंट की जेब से एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें उसने मध्यप्रदेश की रहने वाली दो बहनें और एक युवक पर परेशान करने का आरोप लगाया है।सुसाइड नोट में युवक ने लिखा- 'मैं सुरेश धाकड़। मुझे इन लोगों ने इतना परेशान किया कि मुझे मरने पर मजबूर कर दिया। मुझसे ये 45 से 48 लाख रुपए ले चुके हैं। पिछले दो साल से परेशान कर रखा है। 6 महीने पहले गाली गलौज के साथ जान से मारने की धमकी दी। मुझसे कोई भी पैसे नहीं मांगता है। मुझे मजबूर नरोत्तम डोबिया, विमला प्रजापत निवासी सिंगोली (एमपी) और उसकी बहन सीमा प्रजापत ने किया है। इन तीनों ने मुझे बहुत परेशान किया है। मेरे इस कदम के लिए तीनों जिम्मेदार हैं। सभी अधिकारी से निवेदन है कि इंसाफ मिले।'

पुलिस ने बताया-सुरेश कई साल पहले बिजौलिया में टैक्सी चलाता था। इसके बाद उसने पत्थर का काम शुरू किया। पिछले कुछ महीनों से वह परिवार के साथ खेती करता था। सुरेश के परिवार में उसकी पत्नी कांति देवी, बड़ा बेटा निखिल (18) और छोटा बेटा विजय (13) है।

सुरेश के दोस्त योगेश ने बताया कि सुरेश ने सुसाइड से पहले नोट अपने दोस्त मुकेश, मनोज, शंकर, चिंकी, राजेश और उसकी भांजी को भेजा था। इसके बाद उसने अपना फोन बंद कर लिया। वहीं दोस्त एडवोकेट मुकेश धाकड़ ने बताया कि मैने वॉट्सएप मैसेज हादसे के बाद उसके घर पर ही देखा। उसने सुसाइड नोट का फोटो भेजा था।

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