राहुल को नहीं पता कि उनके पिता-दादी और परदादा ने संविधान के साथ कैसे छेड़छाड़ की', नड्डा ने कसा तंज

By :  vijay
Update: 2025-01-19 18:20 GMT

केंद्रीय मंत्री और भाजपा अध्यक्ष ने राहुल गांधी पर निशाना साधा है। उन्होंने भाजपा के 'संविधान गौरव अभियान' में बोलते हुए कहा कि राहुल गांधी को इतिहास की जानकारी नहीं है। नड्डा ने कहा कि राहुल को पता ही नहीं है कि उनके पिता, दादी, परदादा ने संविधान के साथ कैसे छेड़छाड़ की थी। नड्डा का ये बयान राहुल गांधी के उस बयान पर पलटवार के तौर पर देखा जा रहा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि भाजपा और आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) ने इस देश की हर एक संस्था पर कब्जा कर लिया है। अब हम भाजपा, आरएसएस और भारतीय राज्य से ही लड़ रहे हैं।


 

संविधान गौरव अभियान में राहुल पर साधा निशाना

भाजपा के 'संविधान गौरव अभियान' में बोलते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 65 वर्षों तक देश पर शासन किया और उसके नेताओं ने संविधान के साथ छेड़छाड़ की। इतना ही नहीं संविधान के बुनियादी प्रावधानों को भी नष्ट करने की कोशिश की।

 नड्डा ने नरेंद्र मोदी सरकार, भाजपा और आरएसएस के खिलाफ टिप्पणी में "भारतीय राज्य" शब्द का इस्तेमाल करने के लिए गांधी पर हमला किया। नड्डा ने कहा कि आज हमारे कांग्रेस नेता कहते हैं कि ''भारतीय राज्य के खिलाफ लड़ रहे हैं।'' उन्हें इतिहास का कोई ज्ञान नहीं है, न ही उनका इससे कोई लेना-देना है।

नड्डा ने कहा कि भारत अपना 76 वां गणतंत्र दिवस मनाने के लिए तैयार है। ऐसे में हमें याद रखना चाहिए कि किसने संविधान के साथ छेड़छाड़ की, और इसके बुनियादी प्रावधानों को नष्ट करने की कोशिश की, साथ ही किसने संविधान की रक्षा की और किसने बाबासाहेब के विचारों की रक्षा और उजागर करने का काम किया। उन्होंने बिना राहुल गांधी का नाम लिए कहा कि नागरिकों को उन पाखंडी लोगों से सचेत और सावधान रहना चाहिए जो संविधान के अंदर क्या है उसे जाने या पढ़े बिना इसकी प्रति लेकर घूमते रहते हैं।

नड्डा ने यह भी कहा

नड्डा ने कहा कि राहुल को नहीं पता कि उनके पिता (राजीव गांधी), परदादा (जवाहरलाल नेहरू) और दादी (इंदिरा गांधी) क्या करते थे। उन्हें ये बातें पता होनी चाहिए। आंबेडकर का हवाला देते हुए कि भले ही संविधान खराब हो, फिर भी अच्छा किया जा सकता है अगर इसे लागू करने वालों की मंशा सही हो। नड्डा ने कहा कि कांग्रेस नेताओं की मंशा ठीक नहीं थी। वहीं भाजपा नेताओं ने अच्छी मंशा के साथ काम किया। उन्होंने अनुच्छेद 370 को खत्म करने, 'एक देश एक कर' लागू किया। अब समान नागरिक संहिता लागू करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।

अपने संबोधन में नड्डा ने यह भी कहा कि जब 1949 में संविधान को अपनाया जा रहा था, तो डॉ. आंबेडकर ने कहा था कि संविधान कितना भी अच्छा क्यों न हो, अगर इसे लागू करने वाला बुरा है, तो यह विफल हो जाएगा। अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35 (ए) को आंबेडकर के विरोध के बावजूद भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा लागू किया गया था। इन प्रावधानों ने जम्मू-कश्मीर के लोगों को संविधान में निहित बुनियादी अधिकारों से वंचित कर दिया।

इंदिरा गांधी पर भी कसा तंज

वहीं, आपातकाल (1975-77) का संकेत देते हुए नड्डा ने कहा कि इंदिरा गांधी ने संविधान के साथ छेड़छाड़ की और 1.35 लाख लोगों को जेल भेजा। यह गर्व की बात है कि आपातकाल के दौरान जेल जाने वाले अधिकांश लोग हमारी विचारधारा से थे। इस दौरान उन्होंने 39वें और 42वें संवैधानिक संशोधन का हवाला दिया, जो तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार द्वारा लागू किए गए थे।

नड्डा ने यह भी कहा कि इंदिरा गांधी लुभावने नारे देकर देश को गुमराह करना चाहती थीं। इसलिए उन्होंने संविधान में धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद शब्द जोड़े।

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