पुडुचेरी के इंजीनियरिंग कॉलेज से चल रहा था साइबर ठगी का जाल: 90 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी, 7 स्टूडेंट गिरफ्तार
पुडुचेरी। पुडुचेरी पुलिस ने एक बड़े साइबर फ्रॉड गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 90 करोड़ रुपये की ठगी का खुलासा किया है। चौंकाने वाली बात यह है कि यह पूरा गिरोह किसी बाहरी नेटवर्क से नहीं, बल्कि एक स्थानीय इंजीनियरिंग कॉलेज के हॉस्टल से ऑपरेट हो रहा था। पुलिस ने इस मामले में सात छात्रों को गिरफ्तार किया है।
हॉस्टल के कमरे से चल रहा था ऑपरेशन
जांच के मुताबिक, आरोपी छात्र हॉस्टल के कमरों से ही एक बड़े पैमाने की फिशिंग और निवेश धोखाधड़ी (Investment Scam) को अंजाम दे रहे थे। पुलिस को उनके कमरों से:
कई लैपटॉप
40 से ज्यादा मोबाइल फोन दर्जनों सिमकार्ड संदिग्ध बैंक खातों का डेटा क्रिप्टो वॉलेट विवरण बरामद हुए हैं।प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, पिछले कई महीनों में इन छात्रों ने देश-विदेश के लोगों को लगभग 90 करोड़ रुपये का चूना लगाया।
कैसे करते थे ठगी? पुलिस के अनुसार आरोपी छात्र:फर्जी इंवेस्टमेंट ऐप बनाते थेलोगों को उच्च रिटर्न का लालच देकर लिंक भेजते थे उनके मोबाइल/कंप्यूटर पर फिशिंग सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करातेफिर बैंक खातों और वॉलेट की जानकारी हैक कर पैसे निकाल लेते थे
कुछ मामलों में वे खुद को बैंक अधिकारी, कस्टमर केयर और ट्रेडिंग एक्सपर्ट बताकर लोगों को झांसे में लेते थे
विदेशी लिंक की भी जांच
अधिकारियों ने बताया कि लेनदेन का कुछ हिस्सा क्रिप्टोकरेंसी के जरिए हुआ है, जिससे शक है कि इस गिरोह का संबंध विदेशी नेटवर्क से भी हो सकता है।
साइबर सेल इन ट्रांसफर की अंतरराष्ट्रीय ट्रैकिंग कर रही है।
कॉलेज प्रशासन भी जांच के दायरे में
पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि:
क्या कॉलेज प्रशासन को छात्रों की गतिविधियों की जानकारी थी?
हॉस्टल में इतने उपकरण और सिमकार्ड कैसे इकट्ठे किए गए?
क्या किसी स्टाफ की इसमें मिलीभगत है?
कॉलेज प्रबंधन ने फिलहाल सभी गिरफ्तार छात्रों को सस्पेंड कर दिया है।
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गिरफ्तार छात्र टेक्निकल एक्सपर्ट
जांच अधिकारियों के मुताबिक सभी आरोपी छात्र कंप्यूटर साइंस और इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग से जुड़े हैं और साइबर सिक्योरिटी व कोडिंग में माहिर हैं।
उनकी तकनीकी समझ का इस्तेमाल ठगी के लिए किया गया।
पुलिस की चेतावनी
पुडुचेरी पुलिस ने लोगों को आगाह किया है कि:
अनजान लिंक पर क्लिक न करें
ज्यादा रिटर्न वाले निवेश ऑफर से बचें
बैंक जानकारी किसी को साझा न करें
पुलिस का कहना है कि मामले में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
