देवउठनी एकादशी 01 नवंबर को, राशि अनुसार करें लक्ष्मी नारायण की पूजा और मंत्र जप

Update: 2025-10-30 12:31 GMT


वैदिक पंचांग के अनुसार, शनिवार 01 नवंबर को देवउठनी एकादशी है। यह पर्व हर साल कार्तिक माह में मनाया जाता है। एकादशी तिथि पर साधक प्रातः काल से लक्ष्मी नारायण जी की भक्ति भाव से पूजा करते हैं। साथ ही मंदिरों में लक्ष्मी नारायण की विशेष पूजा की जाती है।

सनातन शास्त्रों में कहा गया है कि कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के दिन भगवान विष्णु क्षीर सागर में योगनिद्रा से जागृत होते हैं। इस शुभ अवसर पर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की भक्ति भाव से पूजा की जाती है। लक्ष्मी नारायण जी की पूजा करने से व्यक्ति को स्वर्ग समान सुखों की प्राप्ति होती है।

अगर आप भी श्रीहरि विष्णु की कृपा पाना चाहते हैं, तो देवउठनी एकादशी के दिन भक्ति भाव से लक्ष्मी नारायण जी की पूजा करें और पूजा के समय राशि अनुसार मंत्रों का जप करें।

मेष राशि के जातक ‘ऊँ श्री प्रकटाय नमः’ और ‘ऊँ वरलक्ष्म्यै नमः’ मंत्र का जप करें।

वृषभ राशि के जातक करियर में सफलता के लिए ‘ॐ उग्रसिंहाय नमः’ और ‘ऊँ रमायै नमः’ मंत्र का जप करें।

मिथुन राशि के जातक कारोबार में उन्नति के लिए ‘ॐ रौद्राय नमः’ और ‘ऊँ वसुप्रदायै नमः’ मंत्र का जप करें।

कर्क राशि के जातक मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए ‘ॐ चक्रिणे नमः’ और ‘ऊँ करुणायै नमः’ मंत्र का जप करें।

सिंह राशि के जातक विष्णु जी की कृपा पाने के लिए ‘ॐ अघोराय नमः’ और ‘ॐ विद्यायै नमः’ मंत्र का जप करें।

कन्या राशि के जातक भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए ‘ॐ महाप्रभवे नमः’ और ‘ॐ महामायायै नमः’ मंत्र का जप करें।

तुला राशि के जातक ‘ॐ विकरालाय नमः’ और ‘ॐ महालक्ष्म्यै नमः’ मंत्र का जप करें।

वृश्चिक राशि के जातक मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए ‘ॐ अक्षराय नमः’ और ‘ऊँ पद्मायै नमः’ मंत्र का जप करें।

धनु राशि के जातक करियर में नया मुकाम पाने के लिए ‘ॐ वज्रनखाय नमः’ और ‘ऊँ सुधायै नमः’ मंत्र का जप करें।

मकर राशि के जातक मनचाहा वरदान पाने के लिए ‘ॐ महात्मने नमः’ और ‘ऊँ लक्ष्म्यै नमः’ मंत्र का जप करें।

कुंभ राशि के जातक कारोबार में तरक्की के लिए ‘ॐ महाकायाय नमः’ और ‘ऊँ वसुधायै नमः’ मंत्र का जप करें।

मीन राशि के जातक ‘ॐ निर्गुणाय नमः’ और ‘ऊँ कमलायै नमः’ मंत्र का जप करें।

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