क्या आपकी भी गर्दन, चेहरे और अंडरआर्म में आ रहा है कालापन, ये डायबिटीज का संकेत
अगर आपकी गर्दन, चेहरे की स्किन और अंडरआर्म का हिस्सा काला पड़ने लगा है तो इसको हल्के में न लें. यह एकनेथोसिस बीमारी के कारण हो सकता है. एकनेथोसिस बीमारी एक स्किन डिजीज है लेकिन इसका डायबिटीज से भी संबंध है. ऐसे में आपके लिए इस बीमारी के बारे में जानना जरूरी है. एकनेथोसिस क्यों होती है और डायबिटीज से इसका क्या कनेक्शन है. इस बारे में एक्सपर्ट से जानते हैं.
दिल्ली के पीएसआरआई अस्पताल में डर्मेटोलॉजी विभाग में डॉ. भावुक धीर बताते हैं कि एकनेथोसिस स्किन की ये बीमारी है. इसमें गर्दन के पीछे. चेहरे और अंडरआर्म पर स्किन काली पड़ने लगती है. शरीर के इन हिस्सों में पिगमेंटेशन हो जाती है और जिसमें स्किन पर बड़े बड़े डार्क पैचिस दिखाई देने शुरू हो जाते हैं.
डायबिटीज से क्या है इस बीमारी का संबंध
डॉ धीर बताते हैं किडायबिटीज और एकनेथोसिस स्किन डिजीज के बीच एक संबंध है. डायबिटीज में जब इंसुलिन रजिस्टेंस होता है और शरीर में शुगर का लेवल बहुत बढ़ जाता है तो एकनेथोसिस हो सकता है. डायबिटीज में हार्मोनल असंतुलन हो सकता है, जिससे एकनेथोसिस का खतरा बढ़ जाता है. कई मामलों में प्रीडायबिटीज में भी ये बीमारी हो जाती है..यह शुगर लेवल बढ़ने से होता है. ऐसे में यह जरूरी है कि शुगर लेवल को कंट्रोल में रखें. इसके लिए खानपान का ध्यान रखें. अधिक मीठा बिलकुल न खाएऔर अपनी डाइट में हरे फल और सब्जियों को जरूर शामिल करें. इसके साथ ही रोजाना एक्सरसाइज जरूर करें.
एकनेथोसिस के लक्षण क्या होते हैं
डॉ धीर ने एकनेथोसिस बीमारी के ये लक्षण बताए हैं
त्वचा का रंग बदलना ( काला पड़ना)
स्किन पर धब्बे या पपड़ी आना
शुगर लेवल बढ़ना
ज्यादा प्यास लगना
एकनेथोसिस का इलाज कैसे होता है
आमतौर पर स्किन की देखभाल और दवाओं के साथ किया जाता है, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि शुगर लेवल कंट्रोल में रहे. शुगर कंट्रोल के साथ- साथ मरीज को एंटीबायोटिक्स और रेटिनोइड्स जैसी दवाएं दी जाती हैं. लेकिन यह जरूरी है कि अगर आपको अपने शरीर में एकनेथोसिस का कोई भी लक्षण नजर आ रहा है तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें. इस मामले में लापरवाही न करें.