स्तन कैंसर और सर्वाइकल कैंसर पर जिला स्तरीय जागरूकता सेमिनार आयोजित

By :  prem kumar
Update: 2025-01-16 15:06 GMT

 राजसमंद (राव दिलीप सिंह परिहार)गुरुवार को महिला अधिकारिता विभाग द्वारा आयोजित राजस्थान मरु उड़ान के अंतर्गत स्तन कैंसर और सर्वाइकल कैंसर पर एक जिला स्तरीय जागरूकता सेमिनार का आयोजन गुरुवार को जिला परिषद सभागार में किया गया। इस सेमिनार का उद्घाटन महिला अधिकारिता विभाग की सहायक निदेशक रश्मि कौशिश ने किया, जिन्होंने मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग से आए स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. हेमंत सिंह शेखावत और उपस्थित प्रतिभागियों का स्वागत किया।

इस अवसर पर श्रीमती रश्मि कौशिश ने कार्यशाला के महत्व को समझाते हुए कहा कि महिलाओं में होने वाले शारीरिक रोगों और स्वास्थ्य संबंधी संपूर्ण जानकारी का होना बेहद आवश्यक है। इसके साथ ही उन्होंने महिलाओं से सही पोषण, आहार, व्यायाम, योग, स्वास्थ्य मनोरंजन, स्वच्छता और अच्छे स्वास्थ्यप्रद आदतों को अपनाने का आह्वान किया, ताकि वे स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी सकें।

कार्यशाला के दौरान स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. हेमंत सिंह शेखावत ने स्तन कैंसर के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्तन कैंसर ऊतकों में होने वाला एक कैंसर है जो तब होता है जब स्तन की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं। यह महिलाओं में सबसे आम कैंसर है, हालांकि यह पुरुषों में भी हो सकता है। डॉ. शेखावत ने स्तन कैंसर के लक्षणों के बारे में बताया। इसके बाद उन्होंने मैमोग्राफी द्वारा स्तन कैंसर का निदान और स्क्रीनिंग के महत्व पर जोर दिया, ताकि कैंसर के लक्षण शुरुआती अवस्था में ही पहचाने जा सकें।

इसके बाद डॉ. हेमंत सिंह शेखावत ने सर्वाइकल कैंसर के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह गर्भाशय ग्रीवा में असामान्य कोशिकाओं की वृद्धि से होता है और यह आमतौर पर ह्यूमन पेपिलोमा वायरस के संक्रमण से फैलता है। सर्वाइकल कैंसर का इलाज सर्जरी, रेडिएशन और कीमोथेरेपी के माध्यम से किया जाता है। इसके अलावा, एचपीवी वैक्सीन के माध्यम से सर्वाइकल कैंसर को रोका जा सकता है।

कार्यशाला के दौरान उपस्थित महिलाओं ने स्तन कैंसर और सर्वाइकल कैंसर के लक्षणों और उपचार के बारे में प्रश्न किए, जिनका संतोषजनक उत्तर डॉ. हेमंत सिंह शेखावत द्वारा दिया गया। उन्होंने बताया कि महिलाओं को नियमित रूप से स्तन की जांच करानी चाहिए और यदि सर्वाइकल कैंसर का पता चलता है, तो उसका उपचार विभिन्न चरणों में किया जाता है।

कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्तन कैंसर और सर्वाइकल कैंसर के बारे में जागरूकता फैलाना था। इसके माध्यम से महिलाओं को नियमित स्वास्थ्य जांच कराए जाने की महत्ता और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया गया। इसके अलावा, इस कार्यक्रम ने महिला सशक्तिकरण के साथ-साथ उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने पर भी जोर दिया, ताकि महिलाएं अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें और अपने जीवन को स्वस्थ, खुशहाल और सुरक्षित बना सकें। 

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