राजस्थान प्रदेश माली सैनी समाज का प्रांतीय अधिवेशन :: सूरज माली प्रकरण पर गरजी समाज की आवाज, सरकार को चेतावनी
ब्यावर हलचल ।
राजस्थान प्रदेश माली (सैनी) महासभा (रजि.) का भव्य प्रांतीय अधिवेशन रविवार को ब्यावर में प्रदेश अध्यक्ष ताराचंद गहलोत की अध्यक्षता में आयोजित हुआ। अधिवेशन का शुभारंभ महात्मा ज्योतिबा फुले की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर व दीप प्रज्वलन से किया गया।
प्रदेश महामंत्री संगठन भवानीशंकर माली ने अधिवेशन का एजेंडा रखते हुए संगठन विस्तार, सदस्यता अभियान, समाज पर हो रहे अत्याचार और भविष्य की रणनीति पर चर्चा की। प्रदेश महामंत्री गोपाललाल माली ने कहा कि समाज को मजबूत करने के लिए जिलाध्यक्ष व तहसील अध्यक्ष अपनी कार्यकारिणी सक्रिय करें और संकट की घड़ी में समाजजनों के साथ खड़े रहें।
सूरज माली प्रकरण पर चेतावनी
अधिवेशन में हाल ही के कपासन सूरज माली प्रकरण पर तीखी चर्चा हुई। गोपाललाल माली ने कहा कि स्थानीय विधायक और उनके गुंडों द्वारा सूरज माली पर हमले की निंदा पूरे प्रदेश का माली समाज करता है। यदि सरकार ने न्याय नहीं किया तो समाज चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन करेगा।
राजनीति में भागीदारी बढ़ाने पर जोर
वक्ताओं ने आगामी पंचायती राज चुनावों में समाज की राजनीतिक भागीदारी बढ़ाने की अपील की। महासभा ने अधिक से अधिक समाजजनों को टिकट दिलाने के लिए रणनीति बनाने का संकल्प लिया।
हजारों की मौजूदगी, कई अहम निर्णय
अधिवेशन में भीलवाड़ा, अलवर, भरतपुर, जयपुर, नागौर, पाली, टोंक, उदयपुर, सिरोही, जालौर समेत कई जिलों से करीब 500 पदाधिकारी व कार्यकारिणी सदस्य शामिल हुए।
अगले प्रांतीय अधिवेशन का आयोजन दिसंबर माह में पाली में होगा।
युवा सम्मेलन मार्च-अप्रैल में जयपुर में करने की घोषणा की गई।
शिक्षा, स्वास्थ्य और खेल प्रकोष्ठ गठित करने का भी निर्णय लिया गया।
शपथ ग्रहण और जिला रिपोर्ट प्रस्तुत
प्रदेश अध्यक्ष ताराचंद गहलोत ने महिला जिलाध्यक्ष उमा सांखला, युवा जिलाध्यक्षों समेत नव-निर्वाचित पदाधिकारियों को शपथ दिलाई। दूसरे सत्र में सभी जिलाध्यक्षों ने अपनी प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की और आजीवन सदस्यता अभियान को गति देने का संकल्प लिया।
भीलवाड़ा से बड़ी भागीदारी
भीलवाड़ा से जिलाध्यक्ष भैरूलाल माली, महामंत्री सत्यनारायण माली, माण्डल तहसील अध्यक्ष बंशीलाल माली, तोताराम सांखला, रोशन गढ़वाल सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
