आर्मी स्कूल को सप्लाई होना था नकली घी — कृषि मंत्री किरोड़ीलाल की आधी रात छापेमारी में खुला बड़ा घोटाला
दौसा जिले में रविवार रात कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नकली घी, बटर और मिल्क पाउडर बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया। यह वही घी था, जिसकी सप्लाई आर्मी स्कूल में होने वाली थी, लेकिन मंत्री की आधी रात की छापेमारी ने इस गोरखधंधे को उजागर कर दिया।
मंत्री किरोड़ीलाल अपने जन्मदिन (3 नवंबर) से ठीक पहले रात करीब 12 बजे अचानक अधिकारियों की टीम के साथ महवा (दौसा) में स्थित दाउजी मिल्क फूड प्रोसेसिंग प्लांट पहुंचे। मंत्री को देख फैक्ट्री में काम कर रहे मजदूर हक्के-बक्के रह गए। फैक्ट्री के अंदर मंत्री ने जब जांच करवाई तो चारे के ढेरों में छिपे 20 ड्रम केमिकल मिले, जिनसे बदबू आ रही थी।
25 हजार लीटर दूध नष्ट कराया गया
फैक्ट्री में तैयार किया जा रहा दूध और घी देखने के बाद मंत्री ने इसे खतरनाक बताते हुए करीब 25 हजार लीटर दूध मौके पर ही नष्ट कराया।
यूरिया और कास्टिक सोडा से तैयार हो रहा था दूध
मंत्री ने बताया कि फैक्ट्री में यूरिया और कास्टिक सोडा मिलाकर दूध बनाया जा रहा था। पकड़े गए ट्रैक्टर ड्राइवर ने खुलासा किया कि यह दूध आगरा से लाया जाता है और अमूल समेत 17 अलग-अलग ब्रांडों के रैपर में नकली उत्पाद पैक कर बाजार में बेचे जाते हैं।
फैक्ट्री से सैंपल लिए, प्रशासन भी मौके पर पहुंचा
मंत्री के निर्देश पर सीएमएचओ डॉ. सीताराम मीणा, खाद्य निरीक्षक और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने फैक्ट्री से घी, दूध, बटर और केमिकल के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे।
पहले भी हो चुकी थी कार्रवाई
सीएमएचओ ने बताया कि इस फैक्ट्री पर पहले भी कार्रवाई हो चुकी है, लेकिन संचालकों ने दोबारा अवैध तरीके से काम शुरू कर दिया। अब लाइसेंस और रिकार्ड की भी जांच की जा रही है।
मंत्री का सख्त संदेश — “लोगों की जान से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं”
मंत्री मीणा ने कहा कि “यह कारोबार आम जनता ही नहीं, बल्कि सेना से जुड़े संस्थानों तक को जहरीला सामान पहुंचाने की साजिश है। यह गंभीर अपराध है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
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