अब राजस्थान का बाजरा एमपी में समर्थन मूल्य पर न बेच पाएंगे किसान, गल्ला व्यापारी , बॉर्डर पर तैनात होगी फोर्स
नीमच/मुरैना (अमित)। सोमवार से समर्थन मूल्य पर बाजरा की खरीद शुरू हो रही है। एमएसपी का लाभ राजस्थान एवं उत्तर प्रदेश के व्यापारी किसान बनकर न उठा पाएं, इसके लिए मुरैना जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है। इसी को लेकर अपर कलेक्टर ने पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर सीमाओं पर फोर्स तैनात करने के निर्देश दिए हैं।
24 नवंबर से 24 दिसंबर तक खरीदी
खरीफ विपणन वर्ष 2025–26 के अंतर्गत बाजरा उपार्जन का कार्य 24 नवंबर से 24 दिसंबर तक चलेगा।
सरकार द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य 2775 रुपये प्रति क्विंटल रखा गया है, जबकि खुले बाजार में बाजरा 2000 से 2100 रुपये प्रति क्विंटल के बीच बिकने की संभावना जताई गई है।
मूल्य अंतर के कारण उपार्जन केंद्रों पर आवक बढ़ने की आशंका व्यक्त की जा रही है।
सीमा पर होगी कड़ी निगरानी
अपर कलेक्टर ने पुलिस अधीक्षक को भेजे पत्र में लिखा है कि पड़ोसी राज्यों से किसान बनकर व्यापारी समर्थन मूल्य का लाभ लेने न आ सकें, इसलिए सीमाओं पर निगरानी बढ़ाना जरूरी है।
पत्र में निर्देश दिया गया है कि—
समीपवर्ती राजस्थान और यूपी की सीमाओं पर सघन चेकिंग की जाए
बाहरी राज्यों का बाजरा मुरैना के उपार्जन केंद्रों में प्रवेश न कर पाए
राजस्थान सीमा से लगी अल्लाबेली चौकी, अटारघाट, तथा यूपी सीमा के उसैदघाट पर सुरक्षा बल तैनात किए जाएं
बाजरा के अवैध परिवहन पर सख्त रोक लगाई जाए
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि जिले के किसानों को ही एमएसपी का लाभ मिल सके, इसके लिए किसी भी तरह की बाहरी आवक पर नियंत्रण सुनिश्चित किया जाएगा।
