
राजस्थान में भीषण गर्मी का प्रकोप लगातार जारी है, जिससे आगजनी की घटनाएं भी लगातार सामने आ रही हैं। कोटा में बुधवार को ट्रांसपोर्ट नगर में टापरियों में भीषण आग लग गई। सूचना के बाद अग्निशमन विभाग की चार गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग को बुझाने का कार्य शुरू किया। वहीं, आग लगने से इलाके में हड़कंप मच गया। हर कोई अपने स्तर पर आग बुझाने का प्रयास करता रहा। करीब 45 मिनट की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान राहत की बात रही कि टापरियों में कोई मजदूर मौजूद नहीं था, नहीं तो बड़ा हादसा भी हो सकता था।
निगम के चीफ फायर ऑफिसर राकेश व्यास ने बताया कि देश की धरती कार्यालय के पास की जमीन पर मजदूरों ने 25-30 झोपड़ियां बना रखी हैं। दोपहर झोपड़ियों में आग लगने की सूचना मिली थी, जिसके बाद पहले दो दमकलों को मौके पर भेजा गया। लेकिन आग की लपटें ज्यादा होने के बाद दो और दमकलों को मौके पर भेजा। आग की चपेट में आने से 10-12 झोपड़ियां जल चुकी थीं। दमकलकर्मियों ने चारों तरफ से पानी की बौछार कर आधे घंटे में आग पर काबू पाया। दोपहर का वक्त होने के कारण टापरियों में लेबर नहीं थी। वहीं, आग लगने का कारण फिलहाल स्पार्किंग सामने आया है।
कोटा शहर में पिछले कुछ दिनों में वाहनों में आग लगने की घटनाएं भी सामने आई हैं। इस भीषण गर्मी में आग लगने के कई कारण बताए जा रहे हैं। कुछ दिनों में पहले कलेक्ट्रेट चौराहे के पास स्टेशन से सिटी की तरफ जा रही सिटी बस में शॉर्ट सर्किट की वजह से भीषण आग लग गई थी, जिसमें बस पूरी तरह से जलकर खाक हो गई थी। हादसे के दौरान बस में यात्री सवार थे, लेकिन समय रहते बस से बाहर निकलने से बड़ा हादसा टल गया था। वहीं, दूसरे दिन भी अनंतपुरा से एरोड्राम की तरफ जा रही सिटी बस में भी शॉर्ट सर्किट हो गया था। लेकिन समय रहते पानी डालने से बस को आग लगने से बचाया गया। इसके बाद भी शहर में कई जगहों पर कारों में लगने की भी घटनाएं सामने आई हैं।