बालश्रम उन्मूलन हेतु “उमंग-5” अभियान के अंतर्गत दो बालश्रमिकों को रेस्क्यू कर दिलाया गया आश्रय

Update: 2025-06-13 11:17 GMT
बालश्रम उन्मूलन हेतु “उमंग-5” अभियान के अंतर्गत दो बालश्रमिकों को रेस्क्यू कर दिलाया गया आश्रय
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चित्तौड़गढ़। जिले में बालश्रम, बंधुआ मजदूरी एवं मानव दुर्व्यापार की रोकथाम के लिए पुलिस अधीक्षक चित्तौड़गढ़ के निर्देशन में 1 जून से 30 जून 2025 तक विशेष अभियान “उमंग-5” संचालित किया जा रहा है।

अभियान के अंतर्गत विश्व बालश्रम निषेध दिवस के अवसर पर चन्देरिया थाना पुलिस, बाल अधिकारिता विभाग, चाइल्ड हेल्पलाइन (1098) तथा जनसाहस संस्थान की संयुक्त टीम द्वारा थाना चन्देरिया क्षेत्र के पुरोहितों का सांवता स्थित शिव भोजनालय पर कार्यवाही करते हुए दो बालश्रमिकों को रेस्क्यू कर बालश्रम से मुक्त करवाया गया।

चाइल्ड हेल्पलाइन के जिला समन्वयक नवीन काकड़दा ने जानकारी दी कि रेस्क्यू के पश्चात बच्चों की काउंसलिंग की गई, जिसमें उन्होंने बताया कि होटल मालिक द्वारा उनसे दोपहर 12:00 बजे से रात 2:00 बजे तक लगभग 13-14 घंटे कार्य कराया जाता था, जो किशोर न्याय अधिनियम के तहत गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है।

प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए चन्देरिया थाना पुलिस द्वारा होटल मालिक के विरुद्ध किशोर न्याय अधिनियम, 2015 के अंतर्गत एफआईआर दर्ज की गई है।

बचाए गए बच्चों को बाल कल्याण समिति, चित्तौड़गढ़ के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जहां से निर्देशानुसार उन्हें राजकीय किशोर गृह, चित्तौड़गढ़ में सुरक्षित आश्रय प्रदान किया गया।

इस संयुक्त कार्यवाही में चन्देरिया थाना से एएसआई मुकेश कुमार, कॉन्स्टेबल किशनलाल, चाइल्ड हेल्पलाइन से काउंसलर करण जीनवाल, सुपरवाइजर नानूराम जाट, केस वर्कर इरफान, एवं जनसाहस संस्थान से संदीप कुमार की महत्वपूर्ण एवं सराहनीय भूमिका रही।

जिला प्रशासन एवं पुलिस विभाग द्वारा आमजन से अपील की गई है कि बालश्रम की किसी भी सूचना पर तत्काल चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 या नजदीकी पुलिस थाने पर सूचना दें, ताकि समय रहते बच्चों को शोषण से बचाया जा सके।

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