मंत्री बोले नंदी शाला खोलने के लिए हम सभी को सामूहिक प्रयास करना होगा
निम्बाहेड़ा। राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों सहित चित्तौड़गढ़ एवं प्रतापगढ़ जिले खासकर निम्बाहेड़ा-छोटीसादड़ी विधानसभा क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा नन्दी शाला खोलने के संबंध में पूर्व स्वायत्त शासन मंत्री एवं विधायक चंद कृपलानी ने प्रश्नकाल के दौरान सदन में प्रश्न एवं पूरक प्रश्न रखा।
विधायक कृपलानी ने सदन के माध्यम से गोपालन मंत्री जोराराम कुमावत से चित्तौड़गढ़ जिले में नंदी शाला खोलने के कितने आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनके निस्तारण कर कितनी नंदी शालाएं खोलने का विचार सरकार रखती है। इस पर मंत्री जोराराम कुमावत ने बताया कि चित्तौड़गढ़ में पंचायत स्तरीय नंदी शाला स्थापना के लिए जिला गोपालन समिति द्वारा तीन बार निविदाएं निकाली गई, जिसमें 7 स्वीकृत आवेदनों में से पांच संस्थाओं के पास अपनी स्वयं की भूमि नहीं होने के कारण उनके आवेदन निरस्त कर पंचायत समिति डूंगला क्षेत्र में श्री महावीर एलावा गौशाला एवं विकास समिति के आवेदन को स्वीकृत कर जिला गोपालन समिति द्वारा अनुबंध किया गया है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2023-24 में श्री महावीर एलावा मां गौशाला एवं विकास समिति द्वारा अपनी 10 प्रतिशत राशि के कार्य पूर्ण करने के पश्चात राज्यांश की प्रथम किस्त के रूप में 40 प्रतिशत राशि 62 लाख 78 हजार रुपये का आवंटन किया जा चुका है। इसके साथ ही जिले में दूसरी नंदी गौशाला के रूप में नगर पालिका कपासन के साथ जिला गोपालन समिति द्वारा अनुबंध की प्रक्रिया की जारी है, जिसे भी शीघ्र ही अनुबंध पश्चात राशि जारी की जाएगी।
विधायक कृपलानी ने सदन के माध्यम से जानकारी चाहिए कि चित्तौड़गढ़ एवं प्रतापगढ़ जिले में नंदी शाला के लिए कोई प्रस्ताव शेष है या नहीं। इसके साथ ही कृपलानी ने कहा कि निम्बाहेड़ा में नगर पालिका की भूमि पर नगर पालिका द्वारा स्थापित एवं संस्था के माध्यम से संचालित गौशाला को भी सहायता दी जा सकती है। इस पर मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा कि यदि कोई नगर पालिका या सरकारी संस्था नंदी शाला को संचालित करना चाहता है, तो उसे सरकार द्वारा चारागाह भूमि का आवंटन करने का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि राज्य की अन्य पंचायत समितियां में भी नंदी शाला खोलने के लिए हम सभी को सामूहिक प्रयास करने चाहिए।