प्रतापगढ़ में 50 करोड़ की एमडी ड्रग फैक्ट्री का भंडाफोड़,25 हजार का इनामी तस्कर गिरफ्तार
प्रतापगढ़। राजस्थान की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रतापगढ़ जिले में 50 करोड़ की एमडी ड्रग बनाने वाली फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है। कार्रवाई में पुलिस ने 25 हजार रुपए के इनामी वांछित तस्कर जमशेद उर्फ जम्मू लाला को दबोच लिया।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (अपराध) दिनेश एमएन के निर्देशन में यह अभियान चलाया गया। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि तस्कर जम्मू लाला टांडा बड़ा, सरहद बोरी मोजल के ईश्वर मीणा के झोंपड़े में एमडी ड्रग तैयार कर रहा है।सूचना की पुष्टि के लिए कई दिनों तक रैकी की गई। इसके बाद एजीटीएफ, स्थानीय थाना पीपलखूंट और डीएसटी की संयुक्त टीम ने छापा मारकर फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया। मौके से भारी मात्रा में ड्रग बनाने के केमिकल, उपकरण और तैयार माल बरामद किया गया है।पुलिस का कहना है कि बरामद मादक पदार्थों की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 50 करोड़ रुपए आंकी गई है। मामले की जांच आगे बढ़ाई जा रही है। टीम के सदस्य हेड कांस्टेबल महावीर सिंह और कांस्टेबल नरेंद्र पाटीदार को आरोपी के बारे में इनपुट मिले थे। इस सूचना पर इन्होंने कई दिनों तक रैकी कर पुष्टि की। जिसमे टाण्डा बड़ा, सरहद बोरी मोजल के ईश्वर मीणा के झोंपड़े में इनामी तस्कर जमशेद उर्फ जम्मू लाला द्वारा एमडी ड्रग बनाने की जानकारी मिली। जिसके बाद जिसके बाद स्थानीय थाना पीपलखूंट और डीएसटी को सूचना देकर छापा मारा गया।
50 करोड रुपए की ड्रग और केमिकल जब्त
अवैध फैक्ट्री से पुलिस ने आरोपी जमशेद उर्फ जम्मु लाला पुत्र फकीरगुल पठान (33) निवासी देवल्दी थाना अरनोद को गिरफ्तार कर करीब 50 करोड़ रुपये कीमत की 17.4 किलोग्राम एमडी पाउडर, 70 किलो ग्राम से अधिक केमिकल पदार्थ, एमडी ड्रग बनाने में प्रयुक्त उपकरण बरामद कर एनडीपीएस एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया।
पहले भी ड्रग फैक्ट्री से 40 करोड़ की एमडी की थी जब्त
यह मामला 16 दिसंबर 2024 का है, जब एजीटीएफ और थाना अरनोद पुलिस ने देवल्दी गाँव में छापा मारा था। छापेमारी के दौरान पुलिस ने 40 करोड़ रुपये कीमत के 11.450 किलोग्राम लिक्विड एमडीएमए, 14.770 किलोग्राम अन्य लिक्विड केमिकल, 4.900 किलोग्राम केमिकल और 2.500 किलोग्राम सफेद पाउडर सहित एमडी बनाने में इस्तेमाल होने वाले कई उपकरण जब्त किए थे। इस मामले में आरोपी याकुब पुत्र फकीरगुल, जमशेद उर्फ जम्मू लाला और साहिल पुत्र सलीम निवासी देवल्दी थाना अरनोद प्रतापगढ़ फरार हो गए थे। जिनकी गिरफ्तारी के लिए एसपी प्रतापगढ़ द्वारा 25-25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया।
हाल ही में अवैध संपत्ति की थी पुलिस ने फ्रीज
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि मुख्य आरोपी याकूब खां मादक पदार्थों की तस्करी से अवैध संपत्ति अर्जित कर रहा था। वित्तीय जांच में यह सामने आया कि उसने वर्ष 2024 में अपनी पत्नी बखमीना बी के नाम पर मध्य प्रदेश के जावरा स्थित हुसैन टेकरी क्षेत्र में एक होटल/लॉज खरीदा था। जिसकी बाजार कीमत लगभग 1 करोड़ रुपये है। इसके बाद प्रतापगढ़ पुलिस ने सक्षम प्राधिकारी भारत सरकार के निर्देश पर एनडीपीएस अधिनियम की धारा 68एफ(1) के तहत उक्त सम्पत्ति को 28 अगस्त को फ्रीज कर दिया।
संयुक्त टीम की अहम भूमिका
इस संयुक्त कार्रवाई में एजीटीएफ के हेड कांस्टेबल महावीर सिंह कांस्टेबल नरेंद्र पाटीदार की विशेष भूमिका रही। वहीं प्रतापगढ़ डीएसटी के प्रभारी उप निरीक्षक रविंद्र पाटीदार सहित टीम के सदस्यों उप निरीक्षक पन्नालाल, एएसआई प्रताप सिंह, कांस्टेबल विनोद, नरेंद्र सिंह, पंकज, रमेश चंद, हेमेन्द्र सिंह, सन्दीप, रमेश चंद व अरविंद सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही। एसएचओ पीपलखूँट नरेश पाटीदार और उनकी टीम भी इस कार्रवाई का हिस्सा रही।
