नाथुवास तालाब ओवरफ़्लो होने की कगार पर, जल भराव से क्षेत्रवासी परेशान

Update: 2024-09-04 13:33 GMT

राजसमन्द ( राव दिलीप सिंह) नाथुवास तालाब को लेकर कुछ माह पहले नाथद्वारा विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ द्वारा विधानसभा में व्यक्त की गई चिंता अब सही साबित हो रही है। उन्होंने विधानसभा में मुद्दा उठाते हुए कहा था कि बड़े तालाब हो या छोटे तालाब हों, उनकी आज दुर्दशा हो गई है। विशेष रूप से नाथुवास तालाब का मुद्दा उठाते हुए कहा था कि नाथद्वारा स्थित नाथुवास तालाब की निकासी को ही बंद कर दिया गया। संबंधित विभाग को निकासी की मरम्मत करनी चाहिए थी ताकि यहाँ अनावश्यक जल भराव न हो, लेकिन मरम्मत के बजाय निकासी को ही चुन कर बंद कर दिया था।

इसके साथ ही नाथुवास तालाब के जल भराव क्षेत्र में लोगों ने मकान भी बना लिए। नाथद्वारा विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ ने कहा है कि आज इस तालाब की सुरक्षा के नाम पर कोई पुख्ता तैयारी नहीं है, इस तालाब की पाल अगर फूटी तो पूरा नगर प्रभावित हो सकता है। आज यह तालाब पूरा भरने में से सिर्फ 4 इंच बाकी है, यह तालाब आने वाले वक्त में खतरे की घंटी बन सकता है।

इस तालाब के भराव क्षेत्र में स्थित मकानों के निवासी अब परेशान हो रहे हैं क्योंकि पानी की निकासी नहीं होने से मकानों में पानी भरने लगा है। श्री मेवाड़ ने कहा है कि इसके अलावा नाथुवास तालाब में निरंतर गंदा पानी भी घुलता जा रहा है जिससे यहाँ आस-पास के घरों में रहने वाले लोग भी परेशान हो चुके हैं। इस तालाब को पुनः पूर्व स्थिति में लाने की जरूरत है। समय रहते अब संबंधित विभागों के अधिकारियों को विशेष टास्क फोर्स बनाते हुए इस समस्या का निदान करना चाहिए।

विधायक जल स्रोतों के संरक्षण के लिए निरंतर प्रयासरत हैं, उन्होंने कहा की उनका सदैव प्रयास रहा है कि जल स्रोतों का संरक्षण सुनिश्चित किया जा सके। उनके नेतृत्व में जल संरक्षण को प्राथमिकता दी जा रही है, जिससे क्षेत्र के पारंपरिक जल स्रोतों की रक्षा की जा सके और जल की निरंतर आपूर्ति बनी रहे। जल संरक्षण की विभिन्न योजनाओं और अभियानों को सक्रिय रूप से समर्थन देकर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि स्थानीय निवासियों को जल की कमी का सामना न करना पड़े। उन्होंने जल स्रोतों के पुनर्वास और संरक्षण के लिए ठोस कदम उठाए हैं, ताकि भविष्य की पीढ़ियों के लिए स्वच्छ और सुरक्षित जल उपलब्ध हो सकेII

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