गौमाता विश्व की माता है - बाबू लाल बाबेल... गौभक्त समाजसेवी
राजसमन्द ( राव दिलीप सिंह परिहार)जगदनाथ गौशाला में गौमाता राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाने के लिए गौ ध्वज की स्थापना की गई। दामोदर आमेटा ने बताया कि जगद्गुरु शंकराचार्य महाराज अविमुक्तेश्वरानंद महाराज की गौमाता को राष्ट्र माता का सम्मान दिलाने के लिए पूरे भारत में गौ ध्वज स्थापना कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है इसी कड़ी में सभी संतो , व सभी सनातन धर्म के धर्म ध्वज रक्षक व जगतगुरुओ के सुभाशीष से देश भर में चलाये जा रहे गौमाता राष्ट्रमाता अभियान के तहत गौध्वज की स्थापना आज गौमाता ओर विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल,, गौभक्तों,, मातृ शक्ति की पावन उपस्थिती में हुई। हीरा लाल खटीक जिला मंत्री विश्व हिंदू परिषद, दामोदर आमेटा गौशाला अध्यक्ष, लोकेश माली तहसील अध्यक्ष राजस्थान गौसेवा समिति, गौ उप चेयरमैन मुकेश कुमार हरियाल,समस्त , गौभक्तों,ग्रामवासियों की मौजूदगी में गौध्वज की स्थापना की गयी । गौ ध्वज को ढोल बजाकर, बस स्टेंड से गौशाला तक रैली के रूप में लाए गौशाला । इस दौरान गौ माता राष्ट्र माता गौ प्रतिष्ठा आंदोलन की, गौभक्त समाजसेवी बाबू लाल बाबेल ने गौमाता को राष्ट्र माता गौ प्रतिष्ठा आंदोलन के निमित पूरी जानकारी दी, बाबेल ने बताया गावो विश्वस्य मातर ,, गाय विश्व की माता गौमाता सुखी होगी तब ही पूरे संसार का कल्याण संभव है।जब तक गौमाता राष्ट्र माता नहीं बन जाती तब तक ये अभियान चलता रहेगा।वहीं बाबेल ने बताया महात्मा भूरी हमेशा ही इन वाक्यांश की बहुत चर्चा करती थी,,चुप साधन चुप साध्य है चुप मा चुप समाये चुप समजिया री समज है समजिया चुप हो जाए।। अर्थात चुप ही साधन है, चुप ही साध्य है। गौशाला के दामोदर आमेटा, पिरु वैष्णव, छोटीया सैन कन्या बाई, गीता बाई सुथार,ने गौ ध्वज की विधि विधान से पूजा अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया । हीरा लाल खटीक,, छोटीया सैन ने भी अपने विचार रखें गौमाता के लिए। आमेट के राकेश शर्मा, कन्हैया लाल पालीवाल सरदारगढ़ के कालू किर, इन्द्र सैन, पोखर माली, सुरेंद्र सुथार घनश्याम सिंह, मांगी लाल खटीक , विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल,गौ रक्षक ग्राम में प्रमुख गणमान्य नागरिक और मातृ शक्ति उपस्थित रहे।