धर्म नगरी,वीरभूमि, मेवाड़ में बने गौ ध्वज का प्रयागराज महाकुंभ में लहराया परचम
राजसमन्द ( राव दिलीप सिंह परिहार) एकादशी के पावन अवसर पर गौ धर्म संसद प्रयाग राज महाकुंभ में गौमाता राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाने के लिए धर्मनगरी मेवाड़ में बने गौ ध्वज की स्थापना की गई। राजस्थान प्रदेश प्रभारी बाबू लाल जांगिड़ ने बताया कि जगद्गुरु शंकराचार्य महाराज अविमुक्तेश्वरानंद महाराज की गौमाता को राष्ट्र माता का सम्मान दिलाने के लिए पूरे भारत में गौ ध्वज स्थापना कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है इसी कड़ी में सभी संतो, धर्मगुरुओ , प्रमुख शंकराचार्य, सभी सनातन धर्म के धर्म ध्वज रक्षक व जगतगुरुओ के सुभाशीष से देश भर में चलाये जा रहे गौमाता राष्ट्रमाता अभियान के तहत गौध्वज की स्थापना आज संतो की पावन उपस्थिती में हुई। परम् पूज्य जगद्गुरु शंकराचार्य अवि मुक्तेश्वरानंद सरस्वती , कुंभ मेला प्रभारी ब्रह्मचारी मुकुंदानंद महाराज, राजस्थान प्रदेश प्रभारी बाबू लाल जांगिड़, राष्ट्रीय गौ संसद प्रभारी दिल्ली सक्षम योगी, राजसमंद गौ ध्वज प्रमुख, गौ जनजागृति मनीष कुमार पुरोहित पूरे भारत के प्रदेश प्रभारी,525 गौ सांसद, गौ विधायक, प्रमुख संत, जगद्गुरु, सैकड़ो बटुक,सहित हजारों गौभक्त उपस्थित रहे। परम् पूज्य गुरुदेव जगद्गुरु शंकराचार्य ने प्रवचन में बताया कि गौ सेवा से ही राष्ट्र का कल्याण संभव है गौ माता राष्ट्र कि माता है और उसे मां दर्जा मिलना हि चाहिए, गौमाता का संरक्षण व संवर्धन होना ही चाहिए, गौमाता का जब तक रक्त भारत भूमि पर पड़ता रहेगा तक तक कोई हवन, अनुष्ठान सफल व परिपूर्ण नहीं हो सकता। समस्त पुजारियों , पंडितों गौभक्तों, की मौजूदगी में गौध्वज की स्थापना की गयी इस दौरान गौ माता राष्ट्र माता गौ प्रतिष्ठा आंदोलन के राजस्थान प्रदेश प्रभारी बाबू लाल जांगिड़ गौमाता को राष्ट्र माता गौ प्रतिष्ठा आंदोलन के निमित पूरी जानकारी दी, गौमाता के कारण ही भारत विश्व गुरु था और रहेगा ,जब तक गौमाता राष्ट्र माता नहीं बन जाती तब तक ये अभियान चलता रहेगा। आमेट के रहने वाले धर्मेश काका, कैलाश टेलर ने ये गौ ध्वज तैयार किया। गंगा सेवा शिविर, गंगेश्वर चौराहा, संगम लोअर मार्ग, सेक्टर 12 प्रयागराज उत्तर प्रदेश में ये गौ संसद बनी है,2 दिन ये गौ संसद चलेगी, ओर 30 दिन माह पर्यंत अलग अलग बिंदुओं पर गौ धर्म संसद का संचालन होगा। जगद्गुरु शंकराचार्य अवि मुक्तेश्वरानंद सरस्वती 1008 का दिनांक 9 जनवरी को प्रयाग राज महाकुंभ में हजारों की संख्या में साधु संतों, अखाड़ा प्रमुख, रथ, गौडा, साही सवारी, ढोल नगाड़ों के साथ मंगलमय आगमन हुआ। जगह जगह सैकड़ों की संख्या में श्रदालुओं ने भव्य पुष्प वर्षा कर जगतगुरु शंकराचार्य अवि मुक्तेश्वरानंद सरस्वती का मंगल आतिथ्य, सत्कार किया।ये जानकारी गौ पुत्र सुरेश चंद्र कुमावत जिला प्रचारक राजस्थान गौसेवा समिति जिला शाखा राजसमंद जयपुर ने दी।