जो निजी विद्यालय अपार आईडी को लेकर गंभीर नहीं, उनके विरुद्ध कार्रवाई का प्रस्ताव भेजें :कलक्टर
राजसमंद( राव दिलीप सिंह परिहार)भारत सरकार द्वारा हर विद्यार्थी को पंजीकृत करते हुए एक यूनिक अपार आईडी देने का प्रावधान किया है। राज्य में सभी विद्यालयों को निर्देश दिए गए हैं कि अध्ययनरत समस्त बच्चों की अपार आईडी का कार्य जल्द से जल्द पूरा किया जाए।
सीडीईओ मुकुट बिहारी शर्मा ने बताया कि राजसमंद जिला वर्तमान में उत्कृष्ट प्रगति के साथ तृतीय स्थान पर है। जिले में कुल 249814 विद्यार्थियों में से 174717 विद्यार्थियों की अपार आईडी बनाई जा चुकी है जो कि 69.94 प्रतिशत है। इस कार्य में राजकीय विद्यालय निजी विद्यालयों से कहीं आगे हैं।
जिले के राजकीय विद्यालयों में 176167 में से 134651 विद्यार्थियों की अपार आईडी बन चुकी है जो कि 76.43 प्रतिशत है। लेकिन वहीं निजी विद्यालयों में कुल 73647 में से 40066 की अपार आईडी बनी है जो कि 54.40 प्रतिशत है।
सोमवार को अपार आईडी की प्रगति की समीक्षा के दौरान जब यह आंकड़ा जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा के समक्ष शिक्षा विभाग ने प्रस्तुत किया तो उन्होंने भी इसे पूरी गंभीरता से लिया। इस दौरान डीईओ (प्रारम्भिक) राजेन्द्र गग्गड़ तथा डीईओ (माध्यमिक) नूतन प्रकाश जोशी भी उपस्थित थे।
कलक्टर ने सीडीईओ को निर्देश दिए कि निजी विद्यालयों को एक बार पुनः पाबंद किया जाए कि सभी विद्यार्थियों की अपार आईडी का काम जल्द से जल्द पूरा हो ताकि भारत सरकार की यह महत्वाकांक्षी योजना सफल हो सके। जिला कलक्टर ने यह भी कहा कि अगर कोई निजी विद्यालय इस कार्य को लेकर बिल्कुल लापरवाही बरत रहा है तो उसके विरुद्ध कार्यवाही का प्रस्ताव भिजवाएं।
हर बच्चे का आधार कार्ड होना सुनिश्चित करें :कलक्टर
शिक्षा विभाग द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि कई बच्चों का आधार कार्ड न होने एवं कई आधार में संशोधन की जरूरत होने की वजह से कार्य प्रभावित हो रहा है।
इस पर कलक्टर ने तुरंत डीओआईटी के संयुक्त निदेशक को अपने कक्ष में बुलाकर निर्देश दिए कि शिक्षा विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए 100-100 बच्चों के क्लस्टर पर आधार कार्ड बनाने एवं संशोधन का शिविर आयोजित करने हेतु आवश्यक कार्यवाही पूरी करें ताकि जिले के बच्चों को समुचित ढंग से लाभान्वित किया जा सके। इससे न सिर्फ सभी बच्चों के आधार कार्ड बन जाएंगे, बल्कि अपार आईडी का काम भी समय से पूरा होगा।