एमटीएफ 3.0 में प्रदर्शनी का उद्घाटन 10 को
राजसमंद (राव दिलीप सिंह परिहार)साहित्य व संवाद के उत्सव मेवाड़ टॉक फेस्ट का तीसरा संस्करण राजसमंद शहर के भिक्षु निलयम में 11-12 जनवरी को आयोजित होगा। पूर्व संध्या पर 10 जनवरी को संविधान के चित्रों की प्रदर्शनी लगेगी। शुक्रवार को सम्पन्न हुई आयोजन टीम की बैठक में प्रदर्शनी की व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया गया।
मेवाड़ टॉक फेस्ट के एग्जिबिशन कॉर्डिनेटर दीपक ने बताया कि संविधान लागू होने के 75 वर्ष होने पर प्रदर्शनी लगाई जायेगी, जिसका उद्घाटन 10 जनवरी शाम जिला एवं सेशन न्यायालय के न्यायाधीश राघवेन्द्र काछवाल के द्वारा किया जायेगा।
दीपक ने बताया कि शुक्रवार को मेवाड़ टॉक फेस्ट के पोस्टर का विमोचन विधिवेत्ताओं द्वारा किया गया। आयोजक टीम के सदस्यों ने अधिवक्ताओं को आमंत्रित किया।
विधि अध्येता मोहन ने बताया कि प्रदर्शनी में संविधान में शामिल किए गए 22 चित्रों की बारीकियां, संविधान के उस हिस्से में शामिल किए जाने के महत्व के साथ दिखाया जाएगा। संविधान की मूल प्रति में लगभग हर अध्याय के आरंभ में कोई न कोई चित्र छापा गया हैं। इन चित्रों में मोहनजोदड़ो और सिंधु घाटी सभ्यता की मोहरें, श्रीराम, श्री कृष्ण, हिमालय, थार का रेगिस्तान, भगवान बुद्ध, भगवान महावीर, विक्रमादित्य, नालंदा विश्वविद्यालय, राजा भरत, हनुमान, नटराज, भागीरथ की गंगा तपस्या, छत्रपति शिवाजी महाराज, गुरु गोबिंद सिंह, वैदिक गुरुकुल, महात्मा गांधी, सुभाषचंद्र बोस आदि जैसे राष्ट्रीय गौरवों को संविधान निर्माताओं ने जिस विचार से संविधान में शामिल किया, उसका विवरण मिलेगा। साथ ही राज पुस्तक मण्डपम् में लक्ष्मी नारायण भाला के द्वारा संविधान पर लिखी गई पुस्तके भी उपलब्ध रहेगी।
पंजीकरण विभाग के प्राध्यापक गोपाल ने बताया कि मेवाड़ टॉक फेस्ट की संपूर्ण जानकारी वेबसाइट mewartalkfest.com पर उपलब्ध हैं। फेस्ट में प्रवेश पंजीकरण से ही पूर्णतया निशुल्क रहेगा।