नाथूवास गौशाला में नवीन ट्यूबवेल जल स्रोत का शुभारंभ – गौ माता के लिए जल सेवा का एक नया कदम

नाथद्वारा, ग्यारस – श्रीनाथजी प्रभु की प्रमुख गौशाला नाथूवास में पहली बार एक नवीन जल स्रोत (ट्यूबवेल) का शुभारंभ किया गया। यह पहल तिलकायत श्री की आज्ञा एवं श्री विशाल बावा की प्रेरणा और निर्देशन में की गई है।
गौ माता की जल सेवा को बेहतर बनाने के उद्देश्य से इस ट्यूबवेल की खुदाई की गई, जो 55 फीट पर ही जल उपलब्ध कराने लगी और इसे 600 फीट तक गहराई में विकसित किया गया है। इससे भविष्य में नाथूवास गौशाला में जल की कोई कमी नहीं रहेगी।
अब तक गौशाला को जल कुंज बिहारी जी मंदिर की बावड़ी से मिलता रहा था, लेकिन गर्मियों में जल की कमी और बढ़ती आवश्यकताओं को देखते हुए यह नया कदम उठाया गया।
विशेष बात यह रही कि कुंज बिहारी जी की बावड़ी को भी श्री विशाल बावा की प्रेरणा से स्वच्छता अभियान के अंतर्गत साफ किया गया, ताकि वहां से भी शुद्ध जल उपलब्ध हो सके।
श्री विशाल बावा ने बताया कि तिलकायत श्री की आज्ञा से अन्य गौशालाओं में भी इसी तरह के जल स्रोत विकसित किए जाएंगे। इससे न केवल गौ माता को जल मिलेगा, बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी सकारात्मक कदम उठाया जाएगा।
इस मौके पर गौशाला के ग्वाल सेवकों – नारायण गुर्जर, शैलेंद्र गुर्जर, बल्लभ गुर्जर, मांगीलाल गुर्जर, दिलीप गुर्जर और विजय गुर्जर – की अहम भूमिका रही।
यह अभियान जल सेवा, पर्यावरण संरक्षण और गौ माता के सुख के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।