नागौर मेले से गौवंश को मध्यप्रदेश ले जाने का विरोध, संत समाज व गौभक्तों ने कलेक्ट्रेट पर किया प्रदर्शन

राजसमंद ( राव दिलीप सिंह परिहार) नागौर पशु मेले से करीब 52 ट्रकों में भरकर गौवंश को मध्यप्रदेश की तरफ कत्ल खाने की ओर ले जाने का विरोध करते हुए राजसमंद जिले के गौभक्तों व महामंडलेश्वर संत सीताराम दास,संत ज्ञानानंद महाराज खमनोरअवधूत शरण महाराज आदि सन्तो के नेतृत्व में मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर दोषीयो व पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
श्री राजस्थान गौ सेवा समिति जयपुर जिला राजसमंद के जिला अध्यक्ष जेठु सिंह राजपुरोहित ने बताया कि नागौर मेले से रविवार 13 अप्रैल की रात को करीब 52 गाड़यिों में गौवंश होने की सूचना मिलने के बाद जगह जगह गौरक्षकों ने इसका कडा विरोध किया।52 ट्रकों को रुकवाने का प्रयास किया। लेकिन पुलिस प्रोटक्शन के चलते गौ रक्षक सलूंबर से लगाकर बांसवाड़ा तक पुलिस सुरक्षा में गोवंश से भरी 52 ट्रकों का काफिला जैसे तेसे गौरक्षकों के भारी विरोध के बाद भी मध्यप्रदेश बॉर्डर पहुंच गया।किन्तु बॉर्डर पर खड़े गौ रक्षको ने इसकी सूचना मध्यप्रदेश पुलिस को दी।. राजस्थान और मध्य प्रदेश की बॉर्डर पर खड़े गौ भक्तों ने आधी रात को बॉर्डर जाम कर दिया. हालत बेकाबू होते देख मौके पर पहुंची स्थानीय बांसवाड़ा पुलिस और मध्य प्रदेश पुलिस ने ट्रक वालों से पूछताछ और कागज मांगने पर नागौर डीएम का लिखा हुआ लेटर मिला।जिसमें कहीं भी मध्य प्रदेश जाने का हवाला नहीं था और ना ही खरीदार से जुड़े कागजात, उसी के चलते स्थिति असंजस बनी. मध्य प्रदेश की पुलिस द्वारा ट्रैकों को एंट्री नहीं दिए जाने पर गोवंश वापस बांसवाड़ा के अलग अलग गौ शालाओं में भेजे गए।
इस घटनाक्रम के विरोध में गुरुवार को प्रातः11 बजे राजसमन्द जिला कलेक्ट्रेट पर सेकड़ो की संख्या में पँहुचे गौभक्तो द्वारा जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।साथ ही कलेक्ट्रेट में धरना भी दिया।और प्रशासन से मांग की गई कि कैसे नागौर से मध्य प्रदेश की सीमा पुलिस प्रशासन की निगरानी में गौ वन से भरे हुए 52 ट्रक बांसवाड़ा तक पहुंच जाते हैं।जिला कलेक्टर को ज्ञापन सोपते ज्ञानानंद महाराज ने बताया कि गौभक्तो की सरकार होने के बावजूद भी आज गौ माता की यह इस हालत है तो हम किस पर भरोसा करेंगे।भविष्य में भी अगर ऐसी पूर्णाव्रती होती है तो गौभक्तो द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा।जिसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
नागौर मेले से लाए जा रहे थे गोवंश
बांसवाड़ा पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन अग्रवाल ने बताया कि गाडयिों में भरे हुए हो गोवंश नागौर मेले से आए हैं कहीं कोई अप्रिय घटना नहीं हो जाए इसके लिए पुलिस को सुरक्षा देनी जरूरी होती है। नागौर डीएम के लिखे कागज पर मध्य प्रदेश के हवाला नहीं होने को लेकर भी उन्होंने कहा कि यह जांच का विषय है. जांच जारी है कि आखिरकार कहां से लेकर आए और कौन इन्हें लेकर जाकर रहा है ।इतनी गोवंश का कौन मालिक है फिलहाल सभी गाड़यिों में भरे हुए गोवंश को बांसवाड़ा के अलग-अलग गौशालाओं में खाली करवा दिया गया है।यह जानकारी रा गो से समिति के जिला प्रवक्ता माधव सिह पँवार द्वारा दी गई।