श्रीनाथजी मंदिर में आषाढ़ी पूर्णिमा पर तोली गई आषाढी का जारी हुआ परिणाम

नाथद्वारा माया पालीवाल,। पुष्टिमार्गीय प्रधान पीठ प्रभु श्रीनाथ जी की हवेली में आषाढ़ी पूर्णिमा के अवसर पर संध्या आरती पश्चात पुष्टिमार्ग की प्रधान पीठ के पीठाधीश्वर गो.तो. राकेश महाराज के निर्देशानुसार खर्च भंडार में मंदिर के पंड्या परेश नागर एवं खर्च भंडारी प्रकाशचंद्र सनाढ्य के निर्देशन में श्रीजी प्रभु के सम्मुख आषाढी तोली गई एवं शुक्रवार को तोले गए 27 जिंसों का पुनः तोल कर परिणाम जारी किया गया। जिसमें 27 जिंसों के परिणाम में जव,गेहूं चन्द्रेसी,ज्वार में आधा रत्ती की बढ़ोतरी। सफेद साल,लाल साल, छोटा चमला,सफेद तिल्ली, काली तिल्ली, उड़द, ग्वार, गेहूं काठ,पीला चना, लाल चना,लाल सरसों में पाव रत्ती बढ़ोतरी का परिणाम रहा। वहीं सफेद मक्की,पीली मक्की,बाजरा, मोठ, काला गारा (मनुष्य), लाल गारा (पशु),घास में पाव रत्ती की घटोतरी, गुड में आधा राती की कमी। मूंग हरा, चमला मोटा,कपास्या,पीली सरसों, नमक में समान परिणाम दर्शाया गया।
वर्षा के परिणाम में मिट्टी के पिंडों के आधार पर व उनमें नमी को देखकर आषाढ़ माह में तीन आना, श्रावण माह में तीन आना, भादवा माह में चार आना,आसोज माह में चार आना वर्षा का परिणाम रहा। आषाढी तोल के कुल परिणाम में धान्य सामान्य, वर्षा सामान्य, वायु पूर्व दिशा की ओर चलने के मिले संकेत । बता दें कि आषाढी तोल की परंपरा का श्रीजी प्रभु में लगभग 350 वर्षों से अधिक निरंतर निर्वाह किया जा रहा है और श्रीजी कृपा से हमेशा आषाढी तोल का परिणाम व अनुमान सही होता है। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी किसान वर्ग व व्यापारी वर्ग इसी परिणाम को आधार मानकर कृषि व अर्थव्यवस्था में अपनी कार्य योजना बनाते हैं।
आषाढी तोल के परिणाम के अवसर पर खर्च भंडारी प्रकाशचंद्र सनाढ्य ,मंदिर के पंड्याजी परेश नागर, सहायक खर्च भंडारी लोकेश लोधा,मंदिर के सहायक अधिकारी अनिल सनाढ्य, कैलाश पालीवाल आदि सेवक गण उपस्थित थे ।