खेत का बटवारा हुआ लेकिन जुड़ गई खुशियाँ, दो भाईयों के चेहरे पर लौटी मुस्कान
राजसमंद । जिले के ननाणा ग्राम पंचायत के टोकरा की ढाणी निवासी धर्मसिंह एवं प्रेमसिंह पुत्र अर्जुनसिंह की वर्षों पुरानी समस्या आखिरकार ग्रामीण सेवा शिविर के माध्यम से हल हो गई।
पिता के निधन के बाद दोनों भाईयों ने आपसी सहमति से कृषि भूमि का मौके पर विभाजन तो कर लिया था, लेकिन राजस्व रिकार्ड में अलग खाता नहीं खुलने के कारण वर्षों से उन्हें योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा था। यह पीड़ा हर बार उन्हें हताश कर देती थी।
जब राज्य सरकार द्वारा जिले के आमेट पंचायत समिति अंतर्गत ग्राम पंचायत खाखरमाला में आयोजित ग्रामीण सेवा शिविर की जानकारी मिली तो दोनों भाई आशा की किरण लेकर शिविर प्रभारी उपखण्ड अधिकारी एवं तहसीलदार से मिले। तुरंत कार्रवाई करते हुए भू-अभिलेख निरीक्षक और पटवारी को मौके पर भेजा गया, जिन्होंने विभाजन पत्र तैयार कर नकल प्रदान की।
शाख नकल हाथों में आते ही दोनों भाईयों के चेहरे पर खुशी छलक पड़ी। वर्षों से रुका हुआ सपना पूरा होने पर उन्होंने प्रशासन और राजस्थान सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया।
यह कहानी बताती है कि शासन की योजनाएँ सिर्फ कागजों पर नहीं, बल्कि आमजन के जीवन में नई रोशनी बनकर उतर रही हैं।
