राजसमंद राहुल |नगर परिषद में आमजन को राहत दिलाने के लिए आयोजित शहरी सेवा शिविर में अधिकारियों की लापरवाही साफ तौर पर देखने को मिली। शिविर में पहुंचे लोग परेशान होते रहे, वहीं अधिकारी लंच और टॉयलेट के बहाने घंटों तक नदारद रहे। बाबुओं के भरोसे चल रहे इस शिविर में आमजन अपनी समस्याओं को लेकर भटकते रहे और समय पर सुनवाई नहीं हो सकी।
लोगों ने नाराज़गी जताते हुए कहा कि अगर अधिकारी मौजूद ही नहीं रहेंगे तो ऐसे शिविर का कोई औचित्य नहीं है। मौके पर मौजूद कई लोगों ने विरोध दर्ज कराते हुए प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए। इस संबंध में जब नगर परिषद सभापति अशोक टंक से बातचीत की गई तो उन्होंने अधिकारियों का पक्ष लेते हुए कहा कि “लंच भी जरूरी है”। लेकिन हकीकत यह रही कि दोपहर 3:30 बजे तक अधिकारी शिविर में मौजूद नहीं थे।
जनता का कहना है कि सरकार भले ही योजनाएं चलाए, लेकिन अगर अधिकारी गंभीर नहीं होंगे तो शिविर महज औपचारिकता बनकर रह जाएंगे।